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    देख लीजिए SSP साहब... बेरहम हो गई आपकी पुलिस, ये कैसा तरीका? मेरठ में 65 साल के ढाबा मालिक का तोड़ दिया पैर

    By Jagran NewsEdited By: Aysha Sheikh
    Updated: Fri, 27 Jun 2025 04:40 PM (IST)

    मेरठ में पुलिस ने 11 बजे दुकान बंद करने के फरमान का सख्ती से पालन कराते हुए 65 वर्षीय एक वृद्ध ढाबा मालिक को दुकान बंद करने में कुछ मिनट की देरी होने पर बेरहमी से पीटा। पुलिस की लाठियों से वृद्ध बुरी तरह घायल हो गया। उनकी पत्नी ने घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा कर न्याय की गुहार लगाई है, जिससे पुलिस की क्रूरता और संवेदनहीनता उजागर हुई है। परिवार ने मानवाधिकार आयोग और अन्य अधिकारियों से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।  

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    जागरण संवाददाता, मेरठ। जिले में 11 बजे दुकान बंद करने के फरमान का सख्ती से पुलिस अनुपालन करा रही है। सन्नाटे में ढूबे शहर में इस दौरान भूले भटके किसी ने नाफरमानी की तो उसका खामियाजा दिल दहलाने वाला है। फिर पुलिस को न ताे रहम है ओर न ही उसके पास संवेदनाएं है। उम्र का भी लिहाज नहीं है। महिला हो या वृद्ध बस फिर पुलिस का बेरहम डंडा शरीर के साथ ही दिल पर भी कभी न भूलने वाले जख्म दे जाता है।

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    ऐसा ही एक वाकया बुधवार रात गढ़ रोड पर मेडिकल कालेज गेट पर हुआ। 65 साल के वृद्ध का दुकान बंद करने में चंद मिनट ज्यादा हो गए। इसके बाद दारोगा व तीन कांस्टेबल ने जो किया वह बेरहम, निरकुंश व संवेदनहीन खाकी की तानाशाही बयां करती है। वृद्ध के शरीर का कोई ऐसा हिस्सा नहीं बचा, जहां पुलिस की लाठियां न पड़ी हो।

    पत्नी ने वृद्ध को बचाने का प्रयास किया तो दारोगा ने उन्हें भी जो जुबां पर आया कहा। पुलिस जुल्म से खौफजदां वृद्ध ढाबे पर ताला लगाकर घर में कैद हो गया है। पत्नी ने इंटरनेट मीडिया पर वीडियो प्रसारित कर सरकार, प्रशासनिक व पुलिस से सवाल किया है, अब बताइए, पेट भरने के लिए हम क्या करें।

    ग्राम कमालपुर निवासी 65 वर्षीय वंचित समाज के सूरजपाल पुत्र अंतराम का मेडिकल कालेज गेट के सामने मनपसंद रेस्टोरेंट है। 30 साल से वह यहां ढाबा चलाते हैं। पूरी रात वह मेडिकल कालेज में आने वाले मरीज के तीमारदारों को खाने की सुविधा देते हैं।

    हाल ही में एसएसपी डा. विपिन ताडा ने 11 बजे के बाद दुकान बंद करने का आदेश दिया है। दरअसल, जिले में पिछले दिनों में रात में संगीन घटनाओं का अविरल सिलसिला शुरू हुआ। समीक्षा की तो पता चला, रात में देर तक होटल, रेस्टोरेंट व अन्य दुकानें खुलने पर अराजक तत्व यहां बैठे रहते हैं। वारदात करते है और यहां छिप जाते हैं।

    एसएसपी की मंशा ऐसे तत्वों का जमावड़ा रोकने की थी। एसएसपी के आदेश पर शहर में 11 बजे बाद बाजार व दुकानें बंद होने लगे हैं। बस स्टैंड, अस्पताल, रेलवे स्टेशन के आसपास की दुकानों को इस आदेश में छूट दी गई है। अपराध पर अंकुश लगाने को शुरू इस योजना पर पुलिस ने कमाई और जुल्म करने का जरिया बना दिया है।

    जरा सी देर हुई नहीं किया पुलिस का डंडा दुकानदारों पर पड़ रहा है। रोज न जाने कितने थप्पड़ खा रहे हैँ। सूरजपाल के साथ जो हुआ, उसने तो हद ही कर दी। पुलिस की बदसलूकी, गाली गलौज व लाठीबाजी सीसीटीवी फुटेज में देखकर हर कोई सिहर गया। 65 साल के वृद्ध पर लाठियां बरस रही है। पेट में लाठी का आगे का हिस्सा मारा जा रहा है।

    पत्नी बचाने का प्रयास कर रही है तो उसे गंदी गाली देकर महिला पुलिस बुलाकर उठाकर ले जाने की धमकी दी जा रही है। पिटाई से बचने को वृद्ध पत्नी के पीछे छिप रहा है। मारपीट के बाद मेडिकल थाने के दारोगा सिपाही तो चले गए, लेकिन चोटिल वृद्ध चारपाई से नहीं उठ पा रहा है। खौफजदां परिवार ने ढाबे पर ताला लगा दिया है। पत्नी ने वृद्ध की चोट के निशान की वीडियो बनाकर इंटरनेट मीडिया पर डाली, सभी से पूछ रही है, ढाबा बंद करा दिया, पति चारपाई से नहीं उठ रहे हैं, अब खाए कहां से कोई तो बता दो।

    मानवाधिकार व अनुसूचित आयोग को वीडियो भेजकर मांगा न्याय

    मेडिकल थाना पुलिस की पिटाई से बुरी तरह घायल सूरजपाल के पांच बेटे-बेटियां है। ढाबे से ही उनका परिवार चलता है। ढाबा बंद होने पर अब परिवार चलाने का संकट है। ऊपर से हाथ-पैर में गंभीर चोट है। सूरज के बेटे विनय कुमार ने बताया, पूरा परिवार डरा हुआ है। उन्होंने राष्ट्रीय, यूपी मानवाधिकार व अनुसूचित जन जाति आयोग को शिकायत भेजकर न्याय मांगा है। सीएम, डीजीपी, एडीजी, एसएसपी को भी शिकायत व पुलिस मारपीट की वीडियो भेजकर कार्रवाई की मांग की है।