Meerut Leopard: दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर वाहन से टकराया तेंदुआ, टक्कर इतनी जबरदस्त- टूट गया जबड़ा
मेरठ में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर गुरुवार रात एक तेंदुआ तेज वाहन की चपेट में आकर मारा गया। टक्कर इतनी जोरदार थी कि तेंदुए का जबड़ा टूट गया और उसकी मौके पर ही मौत हो गई। रिठानी वन रेंज की टीम ने शव को कब्जे में लिया। वन्य जीव विशेषज्ञों के अनुसार तेंदुए धीमी गति से वाहन चलाने वाले क्षेत्रों में विचरण करते हैं जिससे दुर्घटनाएं हो सकती हैं।

जागरण संवाददाता, मेरठ। जनपद में तेंदुए का कुनबा फल-फूल रहा है। विशेष रूप से बाहरी इलाकों में तेंदुए की उपस्थिति बनी हुई है। गुरुवार को काशी टोल प्लाजा के पास दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर रात 9:30 बजे एक तेंदुआ तेज गति से आ रहे अज्ञात वाहन की चपेट में आ गया।
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि तेंदुए का जबड़ा टूट गया और वह दूर जा गिरा। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। एक्सप्रेसवे पर तेंदुए की मौत से अफरातफरी मच गई। पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर रिठानी वन रेंज की टीम पहुंची। रेंजर रवि राणा ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लिया।
पहले भी एक तेंदुए की हो चुकी मौत
डीएफओ राजेश कुमार ने बताया कि पूरे मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि इससे पहले एक्सप्रेसवे पर ही 17 जनवरी 2023 को गाजियाबाद की सीमा में भोजपुर में भी एक तेंदुए की दुर्घटना में मौत हो गई थी। अब एक और तेंदुए ने दम तोड़ दिया।
वन्य जीव विशेषज्ञों के अनुसार तेंदुए विशेष क्षेत्र में विचरण करते हैं। ऐसे में वहां धीमी गति से वाहन चलाने का बोर्ड लगाया जाना चाहिए। चूंकि इससे वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो सकते हैं। वर्तमान में कोहरा पड़ रहा है, ऐसे में कभी-कभी तेंदुए अपनी टेरेटरी यानी इलाके से भटक जाते हैं। गुरुवार को मृत मिला तेंदुआ नर बताया जा रहा है, इसकी आयु करीब तीन वर्ष आंकी गई है।
मुबारिकपुर में तेंदुए का शोर मचाती महिला दौड़ी
वहीं, भावनपुर के गांव मुबारिकपुर स्थित पीर के पास खेतों में काम कर रही महिला ने तेंदुए के चार शावकों जैसे वन्य जीवों को देखा तो उसके होश उड़ गए। तेंदुए होने का शोर मचाती हुई महिला गांव की ओर दौड़ पड़ी। महिला ने ग्रामीणों को जानकारी दी, जिसके बाद क्षेत्र में भय का माहौल है।
हालांकि वन विभाग ने पंजों के चिह्न तेंदुए के शावकों के होने से इन्कार किया है। बता दें कि तीन जनवरी को इसी गांव में एक तेंदुआ किसान के खेत में लगे खटके में फंसा था। मुबारिकपुर गांव निवासी अनवर सैफी की पत्नी खेतों में गन्ना छील रही थी। इसी बीच उसे वन्य जीव के चार शावक दिखे।
उसे तेंदुए के शावक होने का आभास हुआ। महिला की सूचना के बाद हाथों में लाठी-ठंडे लेकर समूह में ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो उन्हें जंगली जीव के पग चिह्न दिखाई दिए। सूचना पर परीक्षितगढ़ वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। वन अधिकारी दिनेश धामा, राजेश्वर ने पग चिह्नों की जांच की।
रेंजर खुशबू उपाध्याय ने बताया कि उन्हें पग चिह्नों के जो वीडियो और फोटो मिले हैं, इन्हें देखकर आशंका जताई जा रही है कि उक्त पंजों के निशान जंगली बिल्ली या फिर किसी अन्य जंगली जानवर के भी हो सकते हैं। वन्य जीव विशेषज्ञ जीएस खोशारिया ने बताया कि पग चिह्न गीदड़ के हैं। देर शाम तक वन विभाग की टीम गश्त करती रही। डीएफओ ने बताया कि ग्रामीणों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की गई है।
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