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    चिप्स-नमकीन और तेज अदरक की चाय… कहीं आप भी तो नहीं खाते-पीते, डॉक्टर ने बताए चौंकाने वाले नुकसान

    अत्यधिक मसालेदार भोजन, जंकफूड (जैसे चिप्स, कुरकुरे) और तेज अदरक की चाय मूत्राशय को अतिसक्रिय कर देती है, जिससे बार-बार पेशाब आने की समस्या होती है। इन खाद्य पदार्थों में मौजूद सोडियम ग्लूटामेट मूत्राशय की दीवारों को नुकसान पहुंचाता है और मांसपेशियों को कमजोर करता है। यह समस्या वयस्कों और बच्चों दोनों में बढ़ रही है, जिससे नींद की कमी, चिंता और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। यूरो सर्जन खानपान में सुधार की सलाह देते हैं।  

    By Jagran News Edited By: Shivam Yadav Updated: Fri, 27 Jun 2025 12:41 PM (IST)
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    दिलीप पटेल, मेरठ। अत्यधिक मसालेदार भोजन, जंकफूड, कुरकुरे, चिप्स खाने और तेज अदरक की चाय पीना आपकी सेहत के लिए नुकसानदायक है। ये व्यंजन आपके ब्लैडर (मूत्राशय ) को ओवर एक्टिव कर देते है, जिससे बार-बार पेशाब जाने की समस्या पैदा हो रही है। 

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    पेशाब करते वक्त जलन, पेट में चोट, यूरिन संक्रमण, तंत्रिका क्षति की परेशानी बढ़ रही है। ये समस्या करीब 20 प्रतिशत वयस्कों और आठ से 12 प्रतिशत बच्चों में पायी जा रही है। 

    दरअसल, वर्तमान समय में भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग बाहर का खाना, फास्ट फूड अधिक खा रहे हैं। यह उन घरों में अधिक हो रहा है। जहां परिवार के सभी सदस्य कामकाजी हैं। बच्चों के भोजन में चिप्स, कुरकुरे जैसे अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड दाल, रोटी-चावल, सब्जी की जगह ले रहे हैं। 

    इन चीजों में सोडियम ग्लूटामेट होता है, जिससे ब्लैडर की सक्रियता तेज हो जाती है और बार-बार पेशाब जाने की इच्छा होती है। इससे ब्लैडर में यूरिन की दीवार क्षतिग्रस्त हो जाती है। ब्लैडर की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। 

    गर्मी के दिनों में इन समस्याओं से पीड़ित लोग यूरो सर्जन की क्लीनिक इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। जहां पर लोगों को यूरोलॉजिस्ट उनके खानपान के बारे में पूछने के बाद बता रहे हैं कि आपका खानपान ही आपकी सेहत बिगाड़ रहा है। आपको गंभीर बीमारी की ओर ढकेल रहा है। खासतौर पर छोटे-छोटे बच्चों में ये समस्या तेजी से बढ़ रही है। 

    यूरो सर्जन डा. सुभाष यादव ने बताया कि गर्मी के दिनों में करीब 20 प्रतिशत वयस्कों और आठ से 12 प्रतिशत बच्चों में ओवर एक्टिव ब्लैडर की समस्या पाई जा रही है। जब भी लोग चिप्स, कुरकुरे जैसे अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड व मसालेदार व्यंजन खाते हैं तो यूरिन अधिक बनता है और वह ब्लैडर में पड़ा रहता है। 

    ब्लैडर के अंदर की वाल को क्षतिग्रस्त कर देता है। बार-बार पेशाब आने लगता है। ऐसे-ऐसे बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं। जो हर आठ से 10 मिनट में पेशाब के लिए जाते हैं। 

    उनका खानपान पता करने पर यह बात सामने आती है कि वह कुरकुरे बहुत खाते हैं। दवाओं के साथ कुरकुरे खाना बंद कराने पर वह ठीक हो रहे हैं। तेज अदरक की चाय पीने से भी ब्लैडर ओवर एक्टिव होता है। 

    इसलिए हो रहा है ऐसा

    यूरो सर्जन के अनुसार चिप्स, कुरकुरे जैसे अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड स्वादिष्ट बनाने के लिए केमिकल मिलाए जाते हैं। सोडियम ग्लूटामेट मिलाया जाता है। चिप्स, कुरकुरे बनाने से पहले इसकी कच्ची सामग्री में तीन-चार बार केमिकली ट्रीट किया जाता है। इससे कुदरती गुण खत्म हो जाते हैं। इसमें हानिकारक केमिकल समाहित हो जाता है। जो ब्लैडर की सक्रियता को बढ़ा देते हैं। 

    इसके अलावा अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में ज्यादा नमक होता है। ज्यादा नमक खाने से गुर्दे से ज्यादा कैल्शियम पास होता है। ज्यादा कैल्शियम पास होने से ब्लैडर में पथरी बनने के अवसर अधिक बढ़ जाते हैं। लोग मीठा बहुत खाते हैं। इससे शरीर का मेटाबॉलिज्म गड़बड़ हो जाता है।

    ओवर एक्टिव ब्लैडर से बढ़ रहीं ये परेशानियां

    • बार-बार पेशाब आने से नींद पूरी नहीं होती है। 
    • चिंता व अवसाद में लोग पड़ जाते हैं।
    • रात-दिन में सो न पाने से बेचैनी बढ़ जाती है।
    • नींद पूरी न होने से बीपी, कोलेस्ट्रॉल, मोटापा बढ़ जाता है।
    • जीवन की गुणवत्ता में कमी आ जाती है।