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    इटली में ट्रेनिंग ले चुके नोएडा के नए कमिश्‍नर आलोक सिंह राष्‍ट्रपति पदक से किए जा चुके हैं सम्‍मानित Meerut News

    By Prem BhattEdited By:
    Updated: Mon, 13 Jan 2020 03:41 PM (IST)

    नोएडा का पुलिस कमिश्नर बनाए जाने के बाद आलोक सिंह ने बताया कि इससे पुलिस व्यवस्था में सुधार होगा। साथ ही पीड़ितों को न्याय में देरी नहीं होगी।

    इटली में ट्रेनिंग ले चुके नोएडा के नए कमिश्‍नर आलोक सिंह राष्‍ट्रपति पदक से किए जा चुके हैं सम्‍मानित Meerut News

    मेरठ, जेएनएन। सूबे में कमिश्नर प्रणाली लागू होते ही मेरठ में एडीजी/आइजी पद तैनात आलोक सिंह को नोएडा का पहला पुलिस कमिश्नर बनाया गया है। बेहतर पुलिस प्रबंधन के लिए आलोक सिंह इटली में ट्रेनिंग ले चुके हैं और उन्‍हें विशिष्ट वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है। पुलिस कमिश्नर बनाए जाने के बाद आलोक सिंह ने बताया कि इससे पुलिस व्यवस्था में सुधार होगा। साथ ही पीड़ितों को न्याय में देरी नहीं होगी। उन्‍होंने बताया कि नई व्यवस्था में काफी नए प्रयोग किए जाएंगे, साइबर अपराध से लेकर लेकर पुलिस शांति भंग के मामले में भी आरोपितों को सीधे जेल भेजा जाएगा।  

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    प्रतिकूल हालातों में किया है टीम का नियंत्रण 

    linked In Profile से प्राप्‍त जानकारी के अनुसार नोएडा के नए कमिश्‍नर आलोक सिंह ने अंतर्राष्ट्रीय पुलिस हस्तक्षेप से निपटने के लिए इटली के विसेंज़ा के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में प्रशिक्षण प्राप्‍त किया हुआ है। उन्‍होंने अभी तक के अपने कार्यकाल में दस जिलों की कमान संभाली है। उन्‍होंने कानपुर और मेरठ में शांति और सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने का काम किया। व्यापार और उद्यम के लिए एक सुरक्षित माहौल को विकास करने के लिए लोगों को प्रेरित किया। नक्सलियों के खिलाफ अभियान के दौरान उन्‍हें विशिष्ट वीरता के लिए राष्ट्रपति पदक से सम्मानित किया गया था। प्रतिकूल हालातों में टीम को किस प्रकार नियंत्रित किया जाता है, इसका भी उन्‍हें अच्‍छा अनुभव है। विभिन्‍न स्‍थानों पर तैनाती के दौरान उन्‍होंने सैंकड़ों गांवों का दौरा किया और इस दौरान वे हजारों ग्रामीणों से भी रूबरू हुए। आलोक सिंह मानव मनोविज्ञान की गहरी समझ रखते हैं। 

    मिलावटी पेट्रोल प्रकरण में अहम भूमिका 

    गौरतलब है कि एडीजी आलोक सिंह का कार्यकाल मेरठ में भी काफी चर्चाओं में रहा। उन्होंने मिलावटी पेट्रोल प्रकरण में अहम भूमिका निभाई थी, इस प्रकरण की शासन स्‍तर पर जांच कराई गई थी। इसमें उच्च अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध पाई थी। इस मामले में 11 लोगों को जेल भेजा गया था जबकि दो इंस्पेक्टरों पर गिरी थी गाज। 

    भ्रष्‍टाचार के खिलाफ सख्‍त रुख 

    उसके अलावा प्रदेश में पांच आइपीएस अफसरों पर एडीजी आलोक सिंह की रिपोर्ट पर ही शासन ने कार्रवाई की। इन अफसरों पर मेरठ में कप्तान की तैनाती के लिए व्हाट्सएप चैटिंग के दौरान 80 लाख की बोली लगाई गई थी। जांच रिपोर्ट के बाद ही शासन ने कार्रवाई करते हुए नोएडा के एसएसपी के निलंबन का आदेश जारी किया था। आलोक सिंह भ्रष्‍टाचार के खिलाफ सख्‍त कदम उठाने के लिए जाने जाते हैं। नोएडा और गाजियाबाद में भ्रष्टचार के लिप्‍त पुलिसकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई थी, करीब छह पुलिसकर्मियों को भ्रष्टाचार के मामले में जेल भेजा जा चुका है।

    ऐसे मिलेगा स्‍मार्ट पुलिसिंग को बढ़ावा 

    पुलिस प्रणाली को और ज्‍यादा स्‍मार्ट बनाने की कवायद में ही लखनऊ और नोएडा में योगी सरकार ने कमिश्‍नरों की तैनाती को हरी झंडी दी है। नए पुलिस आयुक्‍तों को जिलाधिकारियों के समकक्ष कुछ अधिकारी दिए जा सकते हैं। पुलिसिया प्रणाली को स्‍मार्ट तरीके से आगे बढ़ाया जा सके, इसके लिए नए पुलिस आयुक्‍त के साथ दो अतिरिक्‍त पुलिस आयुक्‍त भी रहेंगे, इन अधिकारियों की रैंक डीआइजी स्‍तर की होगी। ऐेसा माना जा रहा है कि नए कमिश्‍नर को 15 अधिकारी दिए जा सकते हैं। 

    उनके बारे आइए विस्‍तार से जानते हैं

    नोएडा के नए कमिश्नर का नाम- आलोक सिंह

    जन्म- 24 जनवरी 1967

    जन्मस्थान- अलीगढ़, उत्तर प्रदेश

    पिता का नाम- चंद्रपाल सिंह

    स्नातक- विज्ञान, भौतिकी और गणित से बीएससी

    परास्नातक- अर्थशास्त्र से एमए।

    एमबीए- मार्केटिंग और फाइनेंस

    काडर आईपीएस वर्ष- 1995 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं

    यह है उनकी सर्विस डिटेल

    वर्तमान रैंक- एडीजी

    वर्तमान पोस्ट- एडीजी/आईजी मेरठ(रेंज)

    वर्तमान पोस्टिंग तिथि- 01/01/2020

    पोस्टिंग का जिला- मेरठ

    रिक्रूटमेंट की तिथि- 04/09/1995

    काडर- आईपीएस-आरआर 1995

    सेलेक्शन ग्रेड की तिथि- 01/05/2008

    डीआईजी बनने की तिथि- 09/11/2010

    आईजी बनने की तिथि- 17/01/2014

    एडीजी बनने की तिथि- 01/01/2020