Kisan Andolan: मेरठ सिवाया टोल पहुंचकर बोले डीएम- धरना समाप्त करो, अपनी परेशानी हमें बताओ; एक सुर मिला यह जवाब
Kisan Andolan News कृषि कानूनों के विरोध में बुधवार से सिवाया टोल पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से मिलने के लिए डीएम व एसएसपी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। डीएम ने धरना समाप्त करने का कहा।
मेरठ, जेएनएन। कृषि कानूनों के विरोध में बुधवार से सिवाया टोल पर धरने पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों से मिलने के लिए डीएम व एसएसपी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। दोनों अधिकारियों ने किसानों से धरना समाप्त करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि धरना समाप्त कर दिया जाए और जो परेशानी हो उसे हमें बताएं। भाकियू किसानों ने एक सुर में कृषि कानूनों को वापस करने की बात रखी।
किसानों की यह बात सुनते ही डीएम के. बालाजी ने जवाब देते हुए कहा कि यह उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं है, वह किसानों की बात को पत्र के माध्यम से सरकार तक पहुंचा सकते हैं। जिसके बाद भाकियू पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के अगला आदेश मिलने तक बेमियादी धरना जारी रखने की बात दोहराई। काफी देर आग्रह व निवेदन करने के बाद आला अधिकारी लौट गए।
राकेश टिकैत के आदेश पर ही समाप्त होगा धरना : संजय दौरालिया
कृषि कानूनों के विरोध में सिवाया टोल पर धरने का नेतृत्व कर रहे भाकियू पदाधिकारी संजय दौरालिया ने कहा कि जब तक राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का आदेश नहीं मिलता है, तब तक वह धरने को जारी रखेंगे। धरने में सतीश, महराज मलिक, उज्जवल चौधरी, नरेश चौधरी, अनुराग चौधरी, हर्ष चहल, पदम सिंह, आकाश सिरोही, महकार सिंह, विकास, राकेश कुमार, अमरीश, उपेंद्र व प्रवीन आदि मौजूद रहे।
26 मई से जारी है धरना
भाकियू कार्यकर्ताओं और किसानों का धरना 26 मई से ही काला दिवस मनाने के दौरान से ही जारी है। 26 को टोल फ्री कराने के बाद से ही किसान यहां पर बैठे हुए हैं। अपनी मांग को लेकर किसान व भाकियू के कार्यकर्ता धरने पर डटे हुए हैं वहीं मुजफ्फरनगर के छपार टोल प्लाजा की दो लाइनों पर किसान धरने पर बैठे हुए हैं। व्यवस्था के लिए पुलिस बल भी मौजूद है।
कृषि कानूनों की वापसी तक धरना जारी
कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली में चल रहे कृषि आंदोलन को छह माह से अधिक हो गए हैं। गुरुवार को जिले में भाकियू कार्यकर्ताओं ने बैठक करते हुए आगे की रणनीति तैयार की। भाकियू जिलाध्यक्ष मनोज त्यागी भी गाजीपुर बार्डर पर डटे हुए हैं। सिवाया टोल प्लाजा पर दूसरे दिन भी भाकियू का धरना जारी रहा। भारतीय किसान यूनियन कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक कृषि कानूनों को सरकार वापस नहीं लेती है, धरना जारी रहेगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।