मेरठ का वो चलता-फिरता एरिया, जहां 500 मीटर नाली की सफाई से निकला पांच ट्रॉली कूड़ा
दैनिक जागरण के स्वच्छ मेरठ स्वस्थ मेरठ अभियान के तहत खैर नगर में विशेष सफाई अभियान चलाया गया। पांच सौ मीटर नाली की सफाई से पांच ट्राली कूड़ा निकला। अधिकारियों ने लोगों से नालियों को कूड़ादान न बनाने की अपील की और सफाई कर्मचारियों को नियमित सफाई के निर्देश दिए। कूड़ा कलेक्शन और सड़क निर्माण को लेकर भी चर्चा हुई।

जागरण संवाददाता, मेरठ । दैनिक जागरण के स्वच्छ मेरठ स्वस्थ मेरठ अभियान के तहत गुरुवार को वार्ड 65 खैर नगर में विशेष सफाई अभियान चलाया गया। करीब पांच सौ मीटर नाली की सफाई से पांच ट्राली कूड़ा निकला। यह देख निगम के अफसर भी हैरान रह गए।
अफसरों ने लोगों की समस्याएं सुनीं और अपील की कि नालियों को कूड़ादान न बनाएं। इससे जलनिकासी बाधित होती है। साथ ही सफाई निरीक्षक और सफाई नायक को हिदायत दी गई कि यदि प्रत्येक सोमवार की साप्ताहिक बंदी के दिन अनिवार्य रूप से नालियों की सफाई न की गई तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
सुबह नौ बजे अपर नगर आयुक्त पंकज कुमार सिंह, नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अमर सिंह खैर नगर पहुंचे। यहां के स्थानीय निवासियों ने समस्याएं बताईं। मौके पर जाकर समस्या देखी गई। खैरनगर दवा बाजार में आधी सड़क बन गई है लेकिन शेष आधी सड़क कब बनेगी, यह सवाल लोगों ने किया।
जवाब में अपर नगर आयुक्त ने कहा कि एस्टीमेट बन चुका है। टेंडर प्रक्रिया में है। छोटी मशीन मंगाकर अपने आगे नालियों की सफाई शुरू कराई। खैरनगर की करीब पांच सौ मीटर लंबी नाली की सफाई में पांच ट्राली से अधिक कूड़ा-सिल्ट निकली। जिसमें प्लास्टिक कचरा 70 प्रतिशत से अधिक था।
लोगों ने कहा कि नालियों की सफाई महीने भर से नहीं हुई। इसलिए इतना कूड़ा हो गया। लोगों ने यह भी शिकायत की कि कूड़ा बटोरने के बाद निगम के सफाई कर्मचारी ही नाले में डाल देते हैं। इस पर अपर नगर आयुक्त ने हिदायत दी कि ऐसा करने वाले कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
खैरनगर के सिर्फ 70 भवन स्वामी दे रहे कूड़ा
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डा. अमर सिंह ने मौके पर मौजूद बीवीजी कंपनी के सुपरवाइजर से पूछा कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन की स्थिति खैर नगर में कैसी है। सुपरवाइजर ने बताया कि सिर्फ 70 लोग ही कूड़ा गाड़ी को कूड़ा दे रहे हैंं। जबकि खैरनगर में दुकान और मकान मिलाकर कम से कम 2000 होंगे।
कई बार प्रयास किए गए लेकिन कोई कूड़ा देने को तैयार नहीं है। इसकी वजह 80 रुपये कूड़ा उठाने के एवज में लिया जाने वाला यूजर चार्ज है। जिसे कोई देना नहीं चाहता है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि नालियों और सड़क पर कूड़ा फेंकने वालों पर जुर्माना करें।
नालियों की सफाई काफी दिनों बाद हुई। जिससे दुर्गंध भरे वातावरण से राहत मिली है। लेकिन यह सफाई सप्ताह में एक बार जरूर होनी चाहिए। -डा. परवेज अख्तर, स्थानीय निवासी।
कूड़ा गाड़ी गलियों में नहीं आती है। इसलिए लोग कूड़ा नहीं देते हैं। संकरी गलियों में ई-रिक्शा भेजे जाएं। लोग कूड़ा उसी में डालेंगे। -नदीम, स्थानीय निवासी।
खैरनगर दवा बाजार की आधी सड़क का निर्माण पूरा किया जाए। व्यापारियों ने दुकानों के सामने नालियों की सफाई के लिए फोल्डिंग जाल लगा दिए हैं। लेकिन निगम की सफाई से संतुष्ठ नहीं है। नियमित झाड़ू लगे और कूड़ा गाड़ी सुबह और शाम दो वक्त आए। -देवेंद्र भसीन, अध्यक्ष जिला मेरठ केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट एसोसिएशन।

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