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    काशी टोल प्लाजा पर किसानों का हंगामा, तीन लेन कराई फ्री... यह था मामला

    By Sarvendra Pundir Edited By: Praveen Vashishtha
    Updated: Thu, 04 Dec 2025 01:57 PM (IST)

    काशी टोल प्लाजा पर किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया, जिसके चलते उन्होंने तीन लेन को मुफ्त करा दिया। अचानक हुए इस प्रदर्शन से अफरा-तफरी मच गई। पुलिस ने म ...और पढ़ें

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    काशी टोल प्लाजा पर हंगामा करते किसान। जागरण

    जागरण संवाददाता, मेरठ। मेरठ–दिल्ली एक्सप्रेसवे स्थित काशी टोल प्लाजा पर बुधवार देररात बड़ा हंगामा हो गया। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के जिला उपाध्यक्ष शनि सिसौला अपने परिवार के साथ दिल्ली से लौट रहे थे। शनि के अनुसार, जैसे ही उनकी गाड़ी टोल पर रुकी, उन्होंने फास्टैग मैसेज के साथ अपना आइडी कार्ड दिखाया, लेकिन कर्मचारियों ने कार्ड को फर्जी बताते हुए उनके साथ अभद्रता शुरू कर दी। इस दौरान महिलाओं और बच्चों के साथ भी गलत व्यवहार किए जाने का आरोप है। मामला बढ़ता देख शनि अपने परिवार को लेकर वहां से रवाना हुए।

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    गुरुवार सुबह भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी के नेतृत्व में सैकड़ों किसान टोल पर पहुंच गए और विरोध शुरू कर दिया। किसानों ने लेन नंबर 8, 9 और 10 को पूरी तरह से फ्री करा दिया। देखते ही देखते लंबा जाम लग गया और किसान टोल प्लाजा पर ही बैठकर हुक्का गुड़गुड़ाने लगे। किसानों ने आरोप लगाया कि टोल पर तैनात एक कर्मचारी मुस्लिम युवक सनमुन खान है, जो फर्जी नाम सुमित राणा के नाम से नौकरी कर रहा है।

    जब किसान उसकी पहचान और दस्तावेज मांगने लगे तो वह जवाब देने में गोलमोल करने लगा और बाद में कागज मांगने पर उसकी असली पहचान सामने आ गई। किसानों का आरोप है कि यह कर्मचारी न केवल फर्जी नाम से नौकरी कर रहा था, बल्कि किसान नेताओं से अभद्रता भी कर रहा था। इसी दौरान उत्तराखंड पुलिस के कर्मचारी अजीत नेगी ने भी टोल कर्मचारियों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। उनका कहना है कि उन्होंने अपना पुलिस पहचान पत्र दिखाया, लेकिन कर्मचारियों ने कहा कि यहां सिर्फ यूपी पुलिस का कार्ड मान्य है। इससे किसानों का गुस्सा और भड़क गया। स्थानीय लोगों और किसानों का कहना है कि काशी टोल प्लाजा पर पहले भी अभद्रता, जबरन वसूली और मारपीट जैसी घटनाएं सामने आती रही हैं। कुछ समय पहले यहां बाउंसरों की भी पिटाई की गई थी।
    भाकियू जिलाध्यक्ष अनुराग चौधरी ने चेतावनी दी कि फर्जी पहचान पर नौकरी और किसान के साथ बदसलूकी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ टोल का विवाद नहीं बल्कि सिस्टम की नाकामी है। जब तक दोषियों पर कार्रवाई नहीं होती, किसान धरना जारी रखेंगे। फिलहाल टोल प्लाजा पर भारी पुलिस बल तैनात है और प्रशासन किसानों से बातचीत कर माहौल शांत कराने में जुटा हुआ है।