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    246 करोड़ में शुद्ध होंगी काली और हिंडन नदियां, नमामी गंगे योजना के तहत आठ नालों का पानी साफ कर डाला जाएगा Muzaffarnagar news

    By Taruna TayalEdited By:
    Updated: Mon, 29 Mar 2021 11:56 PM (IST)

    कभी अपने स्वच्छ पानी के लिए जाने जाने वाली जनपद की नदियां आज गंदे नाले में तब्दील है। पूरब दिशा में स्थित मुजफ्फरनगर शहर से सटकर निकलने वाली काली तथा उससे आगे हिंडन नदी में फैक्ट्रियों से निकलने वाले कैमिकल युक्त पानी को छोड़ा जा रहा है।

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    नमामी गंगे कार्यक्रम के तहत दो नदियों को प्रदूषण से मुक्त किया जाएगा।

    मुजफ्फरनगर, जेएनएन। गंदे नाले में तब्दील हो चुकी जनपद की दो नदियों को फिर से जीवनदान मिलने वाला है। नमामी गंगे कार्यक्रम के तहत दोनों नदियों को प्रदूषण से मुक्त किया जाएगा। नालों के माध्यम से नदियों में जाने वाला गंदा जल अब पहले साफ किया जाएगा। जनपद के आठ नालों के गंदे पानी को साफ करने के बाद ही इन नदियों में डाला जा सकेगा। जिस पर 246 करोड़ से अधिक की लागत आएगी।

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    काली और हिंडन नदी का मौजूदा हाल

    कभी अपने स्वच्छ पानी के लिए जाने जाने वाली जनपद की नदियां आज गंदे नाले में तब्दील है। पूरब दिशा में स्थित शहर सटकर निकलने वाली काली तथा उससे आगे हिंडन नदी में फैक्ट्रियों से निकलने वाले कैमिकल युक्त पानी को छोड़ा जा रहा है। काली नदी में शहर के करीब पांच नाले तथा हिंडन में बुढाना के तीन गंदे नालों का पानी छोड़ा जा रहा है। जिस कारण इन नदियों में केवल दूषित जल का प्रवाह हो रहा है। जिसका प्रयोग किसान सब्जी तथा दूसरी फसल की सिंचाई में कर रहे हैं। जिसके दुष्प्रभाव विभिन्न बीमारियों के रूप में सामने आ भी रहे हैं।

    शहर में तीन और बुढाना में बनेंगे दो एसटीपी

    शहर के पांच नाले काली नदी में तथा बुढाना के तीन नाले हिंडन में सीधे गिर रहे हैं। नमामी गंगे योजना के तहत नालों के पानी को साफ करने के लिए जल निगम नगर इकाइ्र के तत्वावधान में किदवई नगर तथा सहांवली में एवं बुढाना में एक-एक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जा रहा है। सभी नालों का पानी पहले सीधे सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट जाएगा। जहां पानी से सिल्ट तथा अन्य कचरा निकालकर पंपिंग स्टेशन के माध्यम से पानी को इन नदियों में छोड़ा जाएगा।

    176 करोड़ में निर्माण, 70 करोड़ में होगी मेंटीनेंस

    नमामी गंगे कार्यक्रम के तहत 246 करोड़ की योजना तैयार की गई है। एसटीपी तथा पंपिंग स्टेशनों की स्थापना पर 176 करोड़ तथा 15 वर्ष तक मरम्मत पर 70 करोड़ से अधिक रुपया खर्च होगा। योजना पर 40 प्रतिशत धनराशि सरकार तथा 60 प्रतिशत ठेकेदार खर्च करेगा। मुजफ्फरनगर शहर में 35.50 एमएलडी तथा बुढाना में 10 एमएलडी के एसटीपी प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं।

    इन्होंने कहा

    246 करोड़ की योजना पर कार्य शुरू हो चुका है। अभी तक 10 प्रतिशत कार्य पूर्ण हुआ है। दिसंबर 2022 तक परियोजना पूर्ण कर दी जाएगी।

    बीएस चाहर, परियोजना प्रबंधक जल निगम