मेरठ में सोतीगंज के कबाड़ियों को सिखाए जाएंगे स्वरोजगार के गुर
आरएसईटीआइ और बैंक समन्वय समिति की बैठक में डीएम ने दिया निर्देश। बैठक में सोतीगंज के कबाड़ियों को पुन स्थापित करने के मसले पर चर्चा हुई। दिया जाएगा विभिन्न कामों का प्रशिक्षण काम-धंधे के लिए उपलब्ध होगा ऋण।

मेरठ, जागरण संवाददाता। ग्रामीण स्वरोजगार प्रशिक्षण संस्थान (आरएसईटीआइ) व बैंकों की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में सोतीगंज के कबाड़ियों को पुन: स्थापित करने के मसले पर चर्चा हुई।
विकास भवन सभागार में मंगलवार को बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम के. बालाजी ने कहा कि युवाओं को स्वरोजगार के लिए प्रेरित व मदद करने के लिए बैंकों को आगे आना चाहिए। आरएसईटीआइ ने तमाम लोगों को प्रशिक्षण देकर काबिल बनाया है। सोतीगंज में चोरी के वाहनों का कटान बंद होने से कारोबार से प्रत्यक्ष-परोक्ष रूप से जुड़े काफी लोग बेरोजगार हो चुके हैं। चूंकि, उनके पास हुनर है, इसलिए चयनित कर उन्हें वाहन मरम्मत व अन्य कार्य का प्रशिक्षण दिया जाए। स्वरोजगार शुरू करने के लिए ऋण भी उपलब्ध कराया जाएगा। इससे उनका पुन: स्थापन हो सकेगा। बैंक व संस्थान से जुड़े अधिकारियों को इसकी योजना बनाने को कहा।
इस दौरान केनरा बैंक की वार्षिक ऋण योजना 2022-23 की पुस्तिका का विमोचन किया गया। सीडीओ शशांक चौधरी, एलडीएम संजय कुमार, डीडीएम नाबार्ड रचित उप्पल आदि मौजूद रहे।
636 को दिया गया प्रशिक्षण
बैठक मेें चर्चा के दौरान ऋण जमा अनुपात औसतन 55 फीसदी सामने आया, जिसे 70 प्रतिशत करने को कहा गया। अधिकारियों ने बताया कि आरएसईटीआइ द्वारा वित्तीय वर्ष 2021-22 में 636 प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण दिया गया। 31 दिसंबर 2021 तक सभी बैंकों द्वारा 42.26 करोड़ रुपये शिक्षा, 3601.17 करोड़ एसएमई ऋण, कमजोर वर्गों को 2356.15 करोड़ व प्राथमिक क्षेत्र में 8338.64 करोड़ रुपये ऋण दिया गया।
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