मुजफ्फरनगर में नगर पालिका बोर्ड की बैठक में राष्ट्र गीत वंदे मातरम का अपमान, कुर्सी पर बैठी रहीं मुस्लिम महिला सभासद
Insult Of Rashtra Geet In Muzaffarnagar मुजफ्फरनगर में शनिवार को दोपहर में नगर पालिका की बोर्ड की बैठक में शहर के विकास को 196 करोड़ के प्रस्ताव पास हुए। इस दौरान बोर्ड बैठक में अमर्यादित घटनाक्रम भी देखने को मिला।
मुजफ्फरनगर, जेएनएन। राष्ट्र गान तथा राष्ट्र गीत को किसी भी देश में शीर्ष वरीयता पर रखा जाता है। अगर किसी भी सरकारी आयोजन के दौरान यह बजाया जाए तो सभी सम्मान में खड़े हो जाते हैं, लेकिन मुजफ्फरनगर में शनिवार को नगर पालिका बोर्ड की बैठक में राष्ट्र गीत का अपमान किया गया। अपमान करने वाली चार महिलाएं हैं। समाज में जिनको शीर्ष स्थान दिया जाता है, अगर वह ऐसा कृत्य करें तो भी अक्षम्य भी हो जाता है।
मुजफ्फरनगर में शनिवार को दोपहर में नगर पालिका के सभागार में बोर्ड बैठक हुई। इस बैठक में केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री कपिलदेव अग्रवाल के साथ सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार श्रीवास्तव, ईओ हेमराज सिंह तथा नगर पालिका की चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल आदि मौजूद रहे।
मुजफ्फरनगर में शनिवार को दोपहर में नगर पालिका की बोर्ड की बैठक में शहर के विकास को 196 करोड़ के प्रस्ताव पास हुए। इस दौरान बोर्ड बैठक में अमर्यादित घटनाक्रम भी देखने को मिला। बोर्ड की बैठक के प्रारंभ में राष्ट्र गीत वंदेमातरम के दौरान मुस्लिम महिला सभासदों को छोड़कर पूरा सदन खड़ा हुआ। चार मुस्लिम सभासद कुर्सी पर बैठी रहीं। इनकी हरकत को देखकर सदन में मौजूद लोग अवाक रह गए।
मुजफ्फरनगर में नगर पालिका बोर्ड की बैठक में राष्ट्रगीत वंदे मातरम का अपमान, कुर्सी पर बैठी रहीं मुस्लिम महिला सभासद pic.twitter.com/8hs6MUDNWQ
केन्द्रीय मंत्री डा. संजीव बालियान, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री कपिल देव अग्रवाल, चेयरपर्सन अंजू अग्रवाल समेत अन्य सभी सभासद व अधिकारीगण वंदे मातरम के सम्मान में खड़े हुए। इस दौरान जनप्रतिनिधि मुस्लिम महिलाओं का खड़े नहीं होना सदन को अच्छा नहीं लगा। इसे लेकर बाद में चर्चा भी हुई। केन्द्रीय मंत्री डा संजीव बालियान ने इस प्रकरण पर कहा कि देश में सभी लोगों को राष्ट्र गान और राष्ट्र गीत का सम्मान करना चाहिए। राष्ट्र गान तथा राष्ट्र गीत सभी धर्म व जाति के लोगों को सम्मान करना चाहिए। यहां पर बोर्ड बैठक में राष्ट्रगीत के दौरान मुस्लिम महिलाएं सीटों पर बैठी रहीं, यह अच्छा नहीं लगा। महिला जब राष्ट्र गीत का अपमान करेगी तो समाज को कैसे मजबूत करेगी।