महिलाओं के ठहरने की व्यवस्था नहीं तो कहीं पीने के पानी के भी लाले
राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने मंगलवार को लखनऊ से रैन बसेरों की लाइव पड़ताल की। इस दौरान मेरठ के तीन रैन बसेरों में महिलाओं के रुकने की व्यवस्था नहीं मिली ...और पढ़ें

मेरठ, जेएनएन। राहत आयुक्त रणवीर प्रसाद ने मंगलवार को लखनऊ से रैन बसेरों की लाइव पड़ताल की। इस दौरान मेरठ के तीन रैन बसेरों में महिलाओं के रुकने की व्यवस्था नहीं मिली, जिस पर उन्होंने नाराजगी जताई। नगर निगम अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रत्येक रैन बसेरे पर पुरुष और महिला के रुकने की अलग-अलग व्यवस्था अनिवार्य है। साथ ही जल्द रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा।
राहत आयुक्त कार्यालय से सुबह 10 बजे से प्रदेशभर में रैन बसेरों के इंतजामों की पड़ताल शुरू हुई। मेरठ नगर निगम अंतर्गत 12 रैन बसेरों में से कासमपुर, पल्लवपुरम और परतापुर स्थित रैन बसेरों में पुरुष और महिलाओं के अलग-अलग ठहरने की व्यवस्था नहीं मिली। इसके अलावा रैन बसेरों पर रजाई-गद्दा, अलाव जलाने की व्यवस्था, पेयजल, साफ-सफाई, सैनिटाइजर, कोरोना प्रोटोकाल के तहत बेड के बीच दूरी, शौचालय की स्थिति, दिव्यांगजनों के लिए रैंप आदि बिदुओं पर पड़ताल की गई। अधिकतर रैन बसेरों पर शुद्ध पेयजल की व्यवस्था नदारद मिली। राहत आयुक्त कार्यालय में मौजूद टीम ने व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। राहत आयुक्त द्वारा वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिये रैन बसेरों की लाइव पड़ताल को लेकर नगर आयुक्त मनीष बंसल ने सभी 12 रैन बसेरों पर अवर अभियंता और सफाई एवं खाद्य निरीक्षक तैनात किए थे। जो लखनऊ से राहत आयुक्त कार्यालय से भेजे गए लिक से जुड़े थे। रैन बसेरे पर मौजूद अवर अभियंता व सफाई एवं खाद्य निरीक्षक ने मोबाइल के जरिये रैन बसेरों की स्थिति दिखाई। मेडिकल स्थित रैन बसेरे पर 14 बेड पुरुषों के लिए और दो बेड महिलाओं के लिए अलग-अलग मौजूद मिले। राहत आयुक्त का जोर रहा कि रैन बसेरे पर कोरोना प्रोटोकाल का पालन हो। आने वाले प्रत्येक व्यक्ति का रजिस्टर में नाम-पता और मोबाइल नंबर दर्ज हो। वीडियो कांफ्रेंसिग के दौरान अपर नगर आयुक्त ममता मालवीय, अवर अभियंता पदम सिंह, मदनपाल सिंह, राजेंद्र सिंह, अनुज कुमार, राजपाल सिंह और सफाई एवं खाद्य निरीक्षकों में रविशेखर, अजयशील, विपिन चौधरी और सुरेशचंद्र ने जिम्मेदारी संभाली।

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