गर्दन काटकर हत्या करने वाले बागपत के हिस्ट्रीशीटर अमरपाल लुहारा का मकान कुर्क, गांव में दो थानों की पुलिस जमा
बागपत में कुख्यात सुनील राठी व धर्मेंद्र किरठल के बाद अब हिस्ट्रीशीटर अमरपाल उर्फ कालू का मकान कुर्क किया गया। प्रशासन का दावा है कि अमरपाल ने अवैध तर ...और पढ़ें

बागपत, जेएनएन। कुख्यात सुनील राठी व धर्मेंद्र किरठल के बाद अब हिस्ट्रीशीटर अमरपाल उर्फ कालू का मकान कुर्क किया गया। प्रशासन का दावा है कि अमरपाल ने अवैध तरीके से धन अर्जित कर मकान का निर्माण कराया है।

बड़ी लंबी है अपराधों की लिस्ट
अपराधी अमरपाल पुत्र श्याम सिंह निवासी ग्राम शेरपुर लुहारा के खिलाफ सबसे पहले वर्ष 2003 में छपरौली थाने में अपहरण व हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज हुआ था। फिलहाल हत्या, जानलेवा हमला, धमकी समेत विभिन्न धाराओं के 34 मुकदमें दर्ज हैं। अमरपाल, मेहबान गिरोह (डी-38) का सक्रिय सदस्य है।
अमरपाल ने अपनी पैतृक भूमि करीब 78 वर्ग मीटर पर 6.5 लाख रुपये खर्च करके मकान का निर्माण कराया। सी कारण डीएम ने उत्तर प्रदेश गिरोहबंद एवं समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम की धारा 14 (1) के तहत पुलिस को अपराधी अमरपाल के मकान को कुर्क करने के आदेश दिए। शुक्रवार को पुलिस ने मकान को कुर्क करने की कारवाई की। इस दौरान सीओ बड़ौत व छपरौली व बड़ौत थाने की पुलिस मौजूद रही।

दो भाईयों की हत्या के केस में अमरपाल गया था जेल
ग्राम शेरपुर लुहारा के दो सगे भाई पप्पू कश्यप और विकास कश्यप का 15 जुलाई 2015 को अपहरण कर ग्राम बदरखा के खादर में गर्दन काटकर हत्या कर दी गई थी। 17 जुलाई 2015 को यमुना खादर में युवकों की गर्दन कटी लाश मिली थी। इस केस में अमरपाल जेल गया था।

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