मेरठ में हाईटेंशन लाइन तार युवक पर गिरा, तड़पते युवक की राहगीरों ने की मदद, बिजली विभाग की दिखी बड़ी लापरवाही
Meerut News बिजली विभाग ने नहीं लिया सबक खतरा बरकरार। आर्थिक मदद के लिए नदीम के स्वजन ने किया हंगामा। हापुड़ रोड पर टूटे तार को जोड़ा लेकिन गार्डिंग नहीं की कई। थाने पर हंगामा कर रहे लोगों ने की आर्थिक मदद की मांग।
मेरठ, जागरण टीम। मेरठ में हापुड़ रोड पर सोमवार को हाईटेंशन लाइन का तार टूटकर युवक के ऊपर गिर गया। युवक जमीन पर गिर पड़ा और उसकी छाती से धुआं उठने लगा। कुछ लोगों ने हिम्मत दिखाई और डंडों से तार हटाया। घायल को केयर अस्पताल में भर्ती कराया है। गुस्साए लोगों ने सोमवार को लिसाड़ीगेट थाने पर हंगामा कर दिया। कहना था कि युवक को उपचार के लिए आर्थिक मदद मिलनी चाहिए।
पुलिस ने बिजली विभाग के खिलाफ जांच बैठाई
पुलिस ने पीड़ित पक्ष से बिजली विभाग के अफसरों के खिलाफ तहरीर लेकर जांच बैठा दी। लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के समर गार्डन निवासी मोहम्मद नदीम बहन रिहाना, भांजी खुशबू व साजिया तथा भांजे अब्दुल शमद के साथ हापुड़ रोड पर डाक्टर के पास गया था। कमेला पुलिस चौकी के पास सड़क के दोनों ओर बाजार भी है। ये लोग यहां आटो का इंतजार कर रहे थे। तभी इनके ऊपर बिजली का तार टूटकर गिर गया। नदीम इसकी चपेट में आ गया। नदीम की छाती से धुआं उठने लगा। लोगों ने किसी तरह उसकी जान बचाई और अस्पताल ले गए। अभी नदीम का अस्पताल में उपचार चल रहा है। घटना सीसीटीवी में कैद होने के बाद भी मुकदमा दर्ज नहीं हो पाया है, जबकि परिवार के लोगों ने थाने पर हंगामा कर दिया।
नहीं लिया विभाग ने सबक
हापुड़ रोड पुलिस चौकी से चंद कदमों की दूरी पर युवक के ऊपर तार टूटकर गिरने से बनी जानलेवा स्थिति के बाद भी बिजली विभाग ने सबक नहीं लिया। विभाग के कर्मचारियों ने टूटा तार तो जोड़ दिया, लेकिन उसके नीचे गार्डिंग नहीं की। जिससे यहां अब भी हादसे का खतरा बरकरार है। मंगलवार को यहां से लोग डर-डरकर सड़क क्रास करते हुए नजर आए। वहीं, तार टूटने के कारणों की जांच दूसरे दिन भी नहीं हो सकी। बुधवार को विद्युत सुरक्षा अधिकारियों की टीम जांच करेगी।
सड़क क्रास कर रही लाइन
हादसा विद्युत वितरण खंड तृतीय के अंतर्गत कमेला पुल के पास जाकिर कालोनी में हापुड़ रोड पर हुआ था। यहां पर एक विद्युत लाइन सड़क किनारे है तो दूसरी लाइन सड़क को क्रास कर रही है। दोनों ही बिजली लाइनों के नीचे गार्डिंग नहीं थी। बिजली अधिकारी यह मान रहे हैं कि तार इंसूलेटर के पास शार्ट सर्किट के कारण टूट कर गिरे थे। लेकिन बिजली अधिकारियों ने टूटे तार जोड़ने के बाद बिजली लाइन के नीचे गार्डिंग करना मुनासिब नहीं समझा। हापुड़ रोड पर 24 घंटे आवागमन रहता है। फिर तार टूटे तो नीचे सड़क पर ही गिरेंगे। ऐसे में फिर हादसा हो सकता है।
मुख्यालय को भेजा प्रस्ताव
इस संबंध में अधिशासी अभियंता विनोद कुमार ने कहा कि तारों के नीचे कई जगह गार्डिंग नहीं है। इसके लिए मुख्यालय को प्रस्ताव भेजा है। मंजूरी मिलने की उम्मीद है। पहले भीड़ वाले स्थलों पर गािर्डंग कराया जाएगा। विद्युत सुरक्षा निदेशालय को भेजा पत्र कमेला पुल पुलिस चौकी के पास हापुड़ रोड पर बिजली तार टूटने के कारणों की जांच के लिए नगरीय विद्युत वितरण मेरठ के अधीक्षण अभियंता राजेंद्र बहादुर ने विद्युत सुरक्षा निदेशालय को पत्र लिखा है। बुधवार को विद्युत सुरक्षा अधिकारियों की टीम जांच कर अपनी रिपोर्ट डिप्टी डायरेक्टर को सौंपेगी। इसके बाद ही इस मामले में कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पीड़ित को मुआवजा की धनराशि भी निर्धारित की जाएगी।
तारों से सुरक्षा जरूरी
बिजली लाइनों के नीचे दो तारों का जाल लगाया जाता है। इससे तार टूटने पर नीचे नहीं गिरते। सुरक्षा रहती है, लेकिन तार जोड़ने के बाद भी यहां जाल नहीं लगाया है। अधिकांश ये लापरवाही दिखाई देती है। -नासिर अली
विभाग ने केबिलीकरण कार्य शुरू किया था, लेकिन अधिकांश सड़कों को नंगे तार क्रास कर रहे हैं। इन्हें केबिल में नहीं बदला है। इनके नीचे गार्डिंग भी नहीं है। ऐसे में हर वक्त हादसे की आशंका बनी रहती है। गर्मी के मौसम में तार टूटने की घटना अधिक होती है। विभाग को इस पर गौर करना चाहिए। - आमिर