UP Crime: ...तो इस वजह से दोस्तों ने की थी उज्जवल की हत्या, फिर खुद ही ले गए थे अस्पताल; अब खुले राज
हस्तिनापुर में उज्ज्वल नामक युवक की उसके दो दोस्तों ने गोली मारकर हत्या कर दी क्योंकि उसने उनसे 80 हजार रुपये उधार मांगे थे। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। हत्यारोपी सौरव ने पुलिस से तमंचा छीनकर फायर भी किया। पुलिस जांच में नामजद आरोपितों को क्लीनचिट मिल गई है। आरोपी सौरव पहले भी हत्या के मामले में शामिल था।

संवाद सूत्र, हस्तिनापुर। 80 हजार की उधारी मांगने पर दो दोस्तों ने ही उज्ज्वल की गोली मारकर हत्या की थी। परिवार को गुमराह करने के लिए दोनों उसे अस्पताल भी ले गए थे। पुलिस ने सीसीटीवी के आधार पर वारदात का पर्दाफाश कर दोनों हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस जब हत्या में प्रयोग तमंचा बरामद कराने को लेकर गई तो हत्यारोपित सौरव ने दारोगा संदीप की पिस्टल निकालकर फायर कर दिया। जवाबी फायरिंग में पैर में गोली लगने से वह घायल हो गया। वहीं उज्ज्वल के परिवार द्वारा नामजद कराए गए छह आरोपितों को पुलिस ने क्लीनचिट दे दी। पुलिस के अनुसार, इनके हत्या में शामिल होने का कोई सबूत नहीं मिला है।
गांव गणेशपुर की न्यू गणेशपुरी कालोनी निवासी सुभाष शर्मा का इकलौता बेटा 24 वर्षीय उज्ज्वल शर्मा डी-फार्मा की पढ़ाई कर रहा था। बुधवार दोपहर करीब साढ़े तीन बजे पेट में गोली मारकर उज्ज्वल की हत्या कर दी गई थी।
उज्ज्वल के दोस्त सौरव निवासी मनोहरपुर कालोनी हस्तिनापुर एवं जोगेंद्र उर्फ लाखन सिंह निवासी सैफपुर कर्मचंद हस्तिनापुर उसे खून से लथपथ हालत में सीएचसी ले गए थे। सीएचसी में डाक्टरों ने उज्ज्वल को मृत घोषित किया तो स्वजन ने ग्रामीणों के साथ मिलकर शव सड़क पर रखकर जाम लगा दिया था।
मां बबली ने गणेशपुर के गौरव, शैंकी, तुषार, चुनमुन, गुड्डू और नीटू को नामजद कराते हुए तहरीर दी थी। बबली के अनुसार, उसके पति सुभाष ने एक माह पहले शैंकी की शादी कराई थी। 15 दिन बाद ही शादी टूटने से शैंकी नाराज था। इसी का बदला लेने के लिए उसने उज्ज्वल की हत्या की है।
एएसपी देहात डा. राकेश मिश्रा के अनुसार, गांव में पूछताछ के दौरान सामने आया कि जोगेंद्र उर्फ लाखन के घर पर गोली चलने की आवाज आई थीं। पुलिस ने जांच पड़ताल की। सीसीटीवी फुटेज में भी सुबह के समय उज्ज्वल के साथ जोगेंद्र और सौरव घूमते हुए दिखाई दिए।
पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने हत्या की बात स्वीकार कर ली। जोगेंद्र ने बताया, सौरव और उज्ज्वल के परिवार में काफी दोस्ती है। सौरव की बहन का उपचार भी उज्ज्वल की मां बबली करा रही थी।
बबली से सौरव की मां ने 80 हजार रुपये भी उधार लिए थे। कुछ दिन पहले बबली ने रुपये वापस मांगे थे। इसको लेकर उज्ज्वल और सौरव के परिवार में विवाद हो गया था। तभी से सौरव उज्ज्वल की हत्या की पटकथा रच रहा था।
सौरव ही उज्ज्वल को बुलाकर उसके घर लाया था। यहां पर उज्ज्वल की उनके साथ कहासुनी हो गई। इस पर सौरव ने तमंचे से उज्ज्वल को गोली मार दी। उसके बाद उठाकर गांव में ही डा. फरीद के पास ले गए। वहीं से ही सौरव ने उज्जवल के परिवार को काल कर बताया था कि थाने के समीप उज्ज्वल घायल अवस्था में मिला है। फरीद के मृत घोषित करने पर दोनों उज्जवल को सीएचसी ले गए थे।
थाने का हिस्ट्रीशीटर है सौरव, चार साल पहले की थी युवती की हत्या
सौरव हिस्ट्रीशीटर है। वह एक माह पहले ही जेल से जमानत पर बाहर आया था। उसकी लगातार निगरानी भी की जा रही थी। इसके बावजूद आरोपित ने उज्ज्वल शर्मा की हत्या को अंजाम दे दिया। बता दें कि गांव सैफपुर कर्मचंदपुर निवासी कंचन (22) छह दिसंबर 2021 को घर से सामान लेने के लिए हस्तिनापुर गई थीं, उसके बाद वह घर नहीं लौटी।
स्वजन ने कस्बा निवासी रोहित पर अपहरण का आरोप लगाया था। पुलिस ने रोहित को गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि कंचन के साथ उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था। वह शादी के लिए उस पर दबाव बना रही थी, जिसके चलते उसने सौरव, राहुल और अजय के साथ मिलकर उसकी हत्या कर शव रेत से भरे बोरे से बांधकर गंगा में डाल दिया था।
उज्ज्वल शर्मा हत्याकांड में दोनों हत्यारोपितों को गिरफ्तार कर पर्दाफाश कर दिया। सौरव पहले भी एक हत्याकांड को अंजाम दे चुका है। फिलहाल जेल से जमानत पर आया हुआ था। -डा. विपिन ताडा, एसएसपी
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