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    धोखाधड़ी के मामले में प्रोफेसर मनोज रावत पर सख्त कार्रवाई, जांच के लिए मेरठ कॉलेज पहुंची पुलिस

    Updated: Tue, 28 Oct 2025 10:56 PM (IST)

    मेरठ कॉलेज में धोखाधड़ी के मामले में प्रोफेसर मनोज रावत के खिलाफ पुलिस ने सख्त कदम उठाया है। पुलिस जांच के लिए कॉलेज पहुंची, जिससे मामले की गंभीरता बढ़ गई है। पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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    प्रोफेसर मनोज रावत पर धोखधड़ी के मामले की जांच करने मेरठ कॉलेज पहुंची पुलिस।

    जागरण संवाददाता, मेरठ। मेरठ कॉलेज के प्राचार्य पद पर आयोग से नियुक्ति लेकर आए पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर मनोज रावत के खिलाफ धोखाधड़ी के मामले की जांच अब मेरठ कॉलेज तक पहुंच गई है। मेरठ कॉलेज के प्राचार्य पद पर उनकी नियुक्ति के खिलाफ हुई शिकायत का मामला अभी उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है और 28 अक्टूबर को सुनवाई होगी।

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    इधर प्रोफेसर रावत की पूर्व तैनाती आगरा कालेज में सहायक प्रोफेसर पद पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर 75 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में हुई एफआईआर की जांच करने के लिए आगरा पुलिस मेरठ कालेज पहुंची।

    शिकायतकर्ता कासगंज के लक्ष्मण सिंह और योगेंद्र सिंह हैं जिन्होंने अपने बेटों को महाराज महेंद्र प्रताप सिंह विश्वविद्यालय में सहायक प्रोफेसर पद पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर उक्त धनराशि लेने का आरोप लगाया है। जांचकर्ताओं ने कासगंज के सहावर थाने में दर्ज इस मामले के साथ ही आगरा के कमला नगर पुलिस स्टेशन, आगरा के हरिपर्वत पुलिस स्टेशन, लोहामंडी पुलिस स्टेशन में हुई एफआईआर मामले में जारी वारंट व समन की जानकारी भी दी।

    इस बारे में प्रोफेसर मनोज कुमार रावत ने कहा कि उनके खिलाफ व्यक्तिगत रंजिश के कारण धोखाधड़ी के आरोप लगाए गए हैं। ऐसा आरोप एक मामले में लगाया गया है जबकि अन्य आरोप निराधार हैं। मेरठ कालेज प्रबंध समिति के सचिव विवेक गर्ग ने बताया कि आगरा व कासगंज से पुलिस मामलों की जांच के लिए कालेज आई थी लेकिन प्रोफेसर रावत का कोई मामला मेरठ कालेज से जुड़ा नहीं था। कॉलेज में केवल प्राचार्य पद पर नियुक्ति को लेकर उनका मामला उच्चतम न्यायालय में विचाराधीन है।

    ज्ञात है कि मेरठ कॉलेज प्राचार्य पद पर प्रोफेसर मनोज कुमार रावत की नियुक्ति के खिलाफ कॉलेज के वर्तमान प्राचार्य डॉ. युद्धवीर सिंह ने उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। इस मामले में उच्च न्यायालय की एकल व डबल बेंच ने प्रोफेसर रावत के खिलाफ आदेश जारी किए हैं। उच्च न्यायालय के आदेश को चुनौती देते हुए प्रोफेसर रावत ने उच्चतम न्यायालय में मामला दायर किया है।