Gender Reassignment Surgery: मेरठ के मेडिकल कालेज में लड़की को सर्जरी करके बनाया लड़का, मरीज पूरी तरह स्वस्थ
First Gender Reassignment Surgery in meerut Medical College मेरठ के मेडिकल कॉलेज में सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक के प्लास्टिक सर्जरी विभाग ने एक लड़की के लक्षणों वाले ट्रांसजेंडर को सफलता पूर्वक लड़का बनाया है। यह वेस्ट यूपी की पहली सर्जरी है। मरीज पूरी स्वस्थ है।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Gender Reassignment Surgery मेरठ के मेडिकल कालेज के सुपरस्पेशियलिटी ब्लाक में चिकित्सकों ने एक लड़की को आपरेशन से लिंग प्रत्यारोपण करते हुए लड़का बना दिया। लड़की में एक्सवई क्रोमोसोम थे, जिस वजह से उसमें पुरुषों के लक्षण थे। उसकी सहमति से लिंग प्रत्यारोपण कर दिया गया। यह पश्चिम उप्र का पहला आपरेशन है। मरीज पूरी तरह स्वस्थ है।
हार्मोंनल असंतुलन था
प्लास्टिक सर्जन डा. भानु प्रताप सिंह एवं डा. कनिका सिंगला ने आपरेशन किया। बताया कि हार्मोंनल असंतुलन की वजह से कई लड़कियों में लड़कों के लक्षण उभर आते हैं। जिस मरीज का आपरेशन किया गया, उसमें पुरुषों के क्रोमोसोम थे। मरीज का परीक्षण किया गया। एंडाक्रायोनोलोजिस्ट, साइकेट्रिस्ट व अन्य डाक्टरों की टीम बनाई गई।
एम्स और पीजीआई नहीं जाना पड़ेगा
डा. सुधीर राठी, डा. धीरज राज समेत कई अन्य विशेषज्ञों का पैनल बना। इसके बाद मरीज के हाथ से मोटी खाल निकालकर आठ घंटे के आपरेशन के बाद पतली नसों को जोड़कर लिंग रोपण कर दिया गया। प्राचार्य डा. आरसी गुप्ता ने बताया कि विशेषज्ञ चिकित्सक कई बड़े आपरेशन कर चुके हैं। सुपरस्पेशियलिटी ब्लाक के चिकित्सकों की वजह से अब मरीजों को एम्स और पीजीआई नहीं जाना पड़ेगा। डा. कनिका ने बताया कि मरीज एक माह तक निरीक्षण में रखा जाएगा।
वेस्ट यूपी की पहली सर्जरी
डॉक्टर कनिका ने बताया कि यह वेस्ट यूपी के किसी मेडिकल कालेज में इस प्रकार की पहली सर्जरी है। डॉक्टरों ने बताया कि मरीज का क्रोमोसोम एक्सवाई है, जबकि लड़कियों में यह एक्स एक्स होता है। कई बार पुरुषों और महिलाओं में हार्मोस का असंतुलन होने से विपरीत लिंग वाले लक्षण उभरते हैं।
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