कस्टमर बनकर यूपी की फैक्ट्री में पहुंचे अधिकारी, आंखों से नजारा देखा तो शक यकीन में बदल गया; नकली टैग भी हुए बरामद
सरधना में वेलस्पन लिविंग कंपनी के नाम से नकली बेडशीट बनाने का खुलासा हुआ। कंपनी के अधिकारियों ने ग्राहक बनकर छापेमारी की और पुलिस की मदद से गोदाम से भारी मात्रा में नकली बेडशीट और टैग बरामद किए। गोदाम मालिक को हिरासत में लिया गया है और अन्य गोदामों पर भी छापेमारी की तैयारी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जागरण संवाददाता, सरधना। कस्बे में देश की नामचीन कपड़ा कंपनी के नाम से बेडशीट बनाने का काम धड़ल्ले से चल रहा है। सोमवार को दिल्ली से वेलस्पन लिविंग कंपनी के अधिकारी आए। ग्राहक बनकर मुहल्ला अंसारनगर गए।
यहां बेडशीट खरीदने की बात कही। यहां देखा धडल्ले से वेलस्पन लिविंग कंपनी के टैग लगाकर बेडशीट बनाई जा रही थी। कंपनी ने पुलिस की मदद लेकर तत्काल यहां कार्रवाई की। गोदाम से पुलिस ने वेलस्पन लिविंग लिमिटेड कंपनी की भारी संख्या में बेडशीट और कंपनी के नकली टैग बरामद किए।
अन्य कंपनियों की बेडशीट और नकली टैग भी मिले। पुलिस ने गोदाम मालिक को हिरासत में ले लिया है। कंपनी अधिकारी आरोपित के खिलाफ थाने में तहरीर देने की तैयारी कर रहे थे।
वेलस्पन लिविंग लिमिटेड कंपनी के आपरेशन मैनेजर लाल सिंह कादियान व मैनेजर शिवा सिंह ने बताया कि लंबे समय से उनकी कंपनी के नाम से नकली बेडशीट बनाने की शिकायत मिल रही थी। उन्होंने इसकी गोपनीय जांच की।
एक माह पहले मुहल्ला अंसारनगर के आदिल से उनकी बेडशीट खरीदने को लेकर बातचीत हुई। उसकी महीन हैंडलूम के नाम से फैक्ट्री है। कंपनी के अधिकारियों ने आदिल के खाते में आनलाइन 25 हजार रुपये जमा कर बेडशीट का आर्डर दिया।
सोमवार को दोनों अधिकारी थाने में पहुंचे और पुलिस को पूरे मामले की जानकारी दी। इसके बाद वह मुहल्ला अंसार नगर में आदिल के गोदाम पर पहुंचे। यहां कंपनी के अधिकारी व पुलिस को गोदाम से भारी मात्रा में बनी व अधबनी बेडशीट मिली।
पुलिस ने यहां से 935 बेडशीट, तीन हजार आठ सौ नकली टैग बरामद किए। इसके अलावा बांबे डाईंग और डिकोर कंपनी की भी बेडशीट व टैग यहां मिले। आदिल को हिरासत में लेकर पकड़े माल समेत पुलिस थाने आई। छापेमारी में बिल-बुक भी हुई बरामद हुई।
इसमें सिक्किम, तमिलनाडु, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, आंध्रप्रदेश और कर्नाटक समेत अन्य राज्यों के व्यापारियों के नाम दर्ज है। कंपनी की बैडशीट पर लगे स्टीकर में कीमत तीन हजार रुपये लिखी है। जबकि वास्तविक बाजार मूल्य 50 से 200 रुपये है।
सीओ सरधना आशुतोष कुमार ने बताया कि कंपनी की शिकायत के आधार पर फर्जी टैग वाले व्यापारियों की सूची तैयार की जा रही है। सभी आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
चार गोदाम पर और होगी छापेमारी की कार्रवाई
वेलस्पन कंपनी के मैनेजर शिवा सिंह ने बताया कि सरधना में उनकी कंपनी के नाम से और भी चार गोदाम में बेडशीट बन रही है। जिस पर जल्द ही छापेमारी की कार्रवाई की जाएगी। वह पिछले चार माह से सरधना में घूमकर बेडशीट बनाने वाली कंपनियों की जानकारी कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि मुंबई हेड आफिस में शिकायत मिलने पर सरधना में पिछले चार माह से टीम जांच कर रही है। वह बेडशीट बनाने वालों से गोदाम पर जाकर आर्डर देने की बात करते थे। कुछ लोगों ने मना कर दिया और कुछ ने बनाने पर सहमति जताई। आदिल के यहां लंबे समय से नकली बैडशीट बनाने का काम चल रहा था।
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