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    स्कूली बच्चों को ले जा रहा ई-रिक्शा पलटा, दबकर छात्र की मौत

    By Raj Kumar SharmaEdited By: Jagran News Network
    Updated: Wed, 26 Nov 2025 02:53 AM (IST)

    घर का इकलौता बेटा था अर्जुन

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    स्कूली बच्चों को ले जा रहा ई-रिक्शा पलटा, दबकर छात्र की मौत

    - केंद्रीय विद्यालय डोगरा लाइंस के बच्चों को लेकर जाना था नंगला बट्टू, पहुंच गया सोफिया स्कूल की तरफ

    - गंभीर रूप से घायल हुए छात्र को अस्पताल पहुंचाया और चला गया चालक, घर का इकलौता बेटा था अर्जुन

    - संगीत में रखता था रुचि, हर दिन प्रार्थना में बजाता था ड्रम, गम में डूबे पिता ने पुलिस कार्रवाई से किया इन्कार

    जागरण संवाददाता, मेरठ : तमाम दावों के बावजूद पुलिस-प्रशासन ई-रिक्शा के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल साबित हो रहा है। इसी का परिणाम है कि बेलगाम हुए ई-रिक्शा जानलेवा हो गए हैं। सोमवार को कैंट स्थित पीएमश्री केंद्रीय विद्यालय डोगरा लाइंस से छुट्टी के बाद ई-रिक्शा चालक चार छात्रों को लेकर नगला बट्टू जाने के बजाए सोफिया स्कूल की तरफ पहुंच गया। तेज रफ्तार के कारण ई-रिक्शा सोफिया स्कूल के समीप मोड़ पर पलट गया। उसमें सवार नंगला बट्टू निवासी नौवीं का छात्र अर्जुन गंभीर रूप से घायल हो गया। चालक ने अर्जुन को जसवंत राय अस्पताल पहुंचाया और चला गया। मंगलवार तड़के अर्जुन की मौत हो गई। वह घर का इकलौता बेटा था। स्वजन ने बिना पुलिस कार्रवाई के अंतिम संस्कार कर दिया।

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    नंगला बट्टू के यादगारपुर निवासी राकेश का इकलौता बेटा अर्जुन केंद्रीय विद्यालय डोगरा लाइंस में कक्षा नौ का छात्र था। राकेश की सब्जी की दुकान है। पिता ने स्कूल आने-जाने के लिए ई-रिक्शा लगा रखी थी। यहीं के तीन और बच्चे भी इसी ई-रिक्शा में डोगरा लाइंस पढ़ने आते-जाते थे। स्कूल स्टाफ के मुताबिक सोमवार को छुट्टी के बाद अर्जुन सहित चारों बच्चे ई-रिक्शा से घर के लिए रवाना हुए। बताया जाता है कि माल रोड पर पहुंचते ही चालक ने कमिश्नर आवास चौराहा की ओर न जाकर ई रिक्शा को दूसरी ओर मोड़ दिया और तेज रफ्तार में सोफिया स्कूल की तरफ पहुंच गया। वहां से कुछ लेने के बाद तेज रफ्तार में वापस हुआ। मुड़ते समय सोफिया स्कूल के समीप ई-रिक्शा पलट गया। अर्जुन का सिर सड़क पर टकराया। उसके ऊपर रिक्शा भी गिरा। अर्जुन के सिर में गंभीर चोट लगी और वह लहूलुहान हो गया। रिक्शा चालक अर्जुन को लेकर जसवंत राय अस्पताल पहुंचा। यह स्पष्ट नहीं हो सका कि पिता को ई-रिक्शा चालक ने सूचना दी या साथी छात्रों ने। पिता अस्पताल पहुंचे और अर्जुन को भर्ती कराया। मंगलवार तड़के अर्जुन ने दम तोड़ दिया। पिता ने पुलिस कार्रवाई से इन्कार कर दिया और शव घर ले आए। बाद में अंतिम संस्कार कर दिया गया। ई-रिक्शा चालक भी नंगला बट्टू के पास ही रहने वाला बताया जा रहा है।

    मंगलवार को स्कूल से दो शिक्षक अर्जुन के घर पहुंचे और शोक व्यक्त किया। शिक्षकों ने बताया कि घटना की शिकायत पुलिस में करने की बात पर राकेश ने कहा कि उनका तो सब कुछ चला गया अब शिकायत कर बच्चे के शव की दुर्गति नहीं कराएंगे। शिक्षकों ने बताया कि अर्जुन शांत, अनुशासित और संगीत प्रेमी था। स्कूल स्टाफ का कहना था कि यह बात सामने आ रही है कि चालक सूखा नशा करता है और वह नशा लेने के लिए ही दूसरे तरफ गया था। अर्जुन की मौत ने एक बार फिर स्कूल परिवहन सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोगों का कहना था कि ई-रिक्श चालक से पूछताछ होनी चाहिए कि आखिर वह सोफिया की तरफ क्यों गया था। अगर उसने अर्जुन को घर छोड़ दिया होता तो उसकी जान बच सकती थी। ध्यान रहे कि फरवरी 2022 में वेस्ट एंड रोड पर जीटीबी के पास टेंपो पलटने से 13 वर्षीय छात्र की मौत हो गई थी।