International Young Eco Hero Award से सम्मानित हुईं मेरठ की ईहा दीक्षित, दुनिया भर के 17 बच्चों को मिला अवार्ड
International Young Eco Hero Award Meerut News कैलिफोर्निया के सैन फ्रांसिस्को स्थित इंटरनेशनल नान-प्राफिट आर्गेनाइजेशन एक्शन फार नेचर ने दुनिया के 17 ...और पढ़ें

मेरठ, जागरण संवाददाता, अमित तिवारी। पर्यावरण समस्या समाधान में योगदान देने वाले और इस दिशा में कार्य करने वाले दुनिया भर के 17 बच्चों को वर्ष 2023 का इंटरनेशनल यंग इको-हीरो अवार्ड प्रदान किया गया है। इसमें से भारत के पांच बच्चे हैं। जिसमें मेरठ की ईहा दीक्षित भी शामिल हैं। सैन फ्रांसिस्को स्थित इंटरनेशनल नान-प्राफिट आर्गेनाइजेशन एक्शन फार नेचर ने बुधवार को इस अवार्ड की घोषणा की है।
प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया
मेरठ की नौ वर्षीय ईहा दीक्षित ने आठ से 12 आयु वर्ग की कैटेगरी में प्रथम पुरस्कार प्राप्त किया है। ईहा के अलावा बेंगलुरु की 12 वर्षीय मान्या हर्ष को द्वितीय पुरस्कार, 13 से 16 वर्ष की कैटेगरी में दिल्ली के 16 वर्षीय निर्वाण सोमानी को द्वितीय, दिल्ली की ही 15 वर्षीय मन्नत कौर को तृतीय और मुंबई के 13 वर्षीय कर्णव रस्तोगी को सम्मान प्रोत्साहन अवार्ड मिला है। भारत में रहने वाले इन पांच बच्चों के अलावा तीन और भारतीय मूल के विदेश में रहने वाले बच्चे पुरस्कृत हुए हैं।
हर लक्ष्य हासिल करना संभव
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल शक्ति पुरस्कार से सम्मानित ईहा दीक्षित चार साल की आयु से ही पर्यावरण संरक्षण के लिए पौधारोपण कर रही हैं। ग्रीन ईहा स्माइल फाउंडेशन के अंतर्गत उनके साथ बहुत से वालिंटियर्स भी जुड़ चुके हैं जिन्होंने अब तक 20,000 से ज्यादा पौधे विभिन्न जगहों पर विभिन्न शहरों में लगाएं हैं। इन पौधों से ईहा और उनके सहयोगी मिनी फारेस्ट, पार्क और ग्रीन बेल्ट तैयार कर रहे हैं। यह सिलसिला मेरठ सहित भारत के विभिन्न शहरों में चल रहा है जिससे छांव और स्वच्छ हवा मिल सके।
प्लांट बैंक भी तैयार किया है
ईहा ने अपने घर पर लोगों से दान में मिले पौधों को एकत्र कर एक प्लांट बैंक भी तैयार किया है। इन पौधों का इस्तेमाल बीज प्राप्त करने के लिए किया जाता है और कोई भी इस प्लांट बैंक से पौधे ले जाकर लगा सकता है। ईहा का कहना है कि उम्र मायने नहीं रखती है। यदि कोई भी कार्य लगन और ईमानदारी से की जाए तो बड़े से बड़ा लक्ष्य भी हासिल किया जा सकता है।
अपने प्रयासों से अपना भविष्य सुरक्षित कर रही नई पीढ़ी
ईहा के पौधारोपण अभियान के अलावा मान्य हर्ष, द लिटिल एनवायरमेंटलिस्ट के नाम से जानी जाती है। वह अपने ब्लाग, किताब और यूट्यूब चैनल के जरिए लोगों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक कर रही है। उन्होंने 5,000 से ज्यादा बैग वितरित किए हैं। 3,500 हजार पौधे लगाए हैं और 3,000 से अधिक सीड यानी बीज बम जगह-जगह फेकें हैं। निर्माण सोमानी ने प्रोजेक्ट जींस की शुरुआत की है। जींस बनाने से जुड़ी प्रक्रिया का पर्यावरण पर हो रहे नुकसान को देखते हुए उन्होंने खराब जींस को यहां वहां फेंकने की बजाय उनसे जरूरतमंदों की मदद करने का बीड़ा उठाया है।
निर्वाण ने अब तक 6,000 जोड़े जींस एकत्र किए हैं जिनसे 800 स्लीपिंग बैग तैयार कर जरूरतमंदों में वितरित किया है। मन्नत कौर का प्रोजेक्ट पानी की किल्लत और कार्बन एमिशन से जुड़ा हुआ है। उन्होंने इस दिशा में पानी को एकत्र कर, उसे फिल्टर कर और रियूज़ करने लायक बनाने का प्रोजेक्ट तैयार किया है।
कर्णव रस्तोगी ने प्लास्टिक वेस्ट और क्लाइमेट चेंज कर लोगों को जागरूक करने के लिए दो किताबें लिखी हैं। इनमें 'कार्तिक, डैडी एंड प्लास्टिक : अ जर्नी अबाउट बीटिंग प्लास्टिक पोल्यूशन' और दूसरी किताब 'कार्तिक, मिक्सी एंड मास्टर : अ जर्नी अबाउट ओसियन पोल्यूशन' लिखा है। इन किताबों की 5,000 प्रतियां अब तक वह लोगों में वितरित कर चुके हैं और उन्हें पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूक कर विभिन्न अभियानों से जोड़ने में सफल रहे हैं।
अब तक चुने 339 ईको-हीरोज
यह अवार्ड आठ से 16 वर्ष तक के बच्चों को प्रदान किया जाता है जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर्यावरण से संबंधित कठिन समस्याओं के समाधान के लिए महत्वपूर्ण कदम उठाते हैं। पिछले 20 सालों में एक्शन फार नेचर संस्था ने 27 देशों और 32 अमेरिकी राज्यों के 339 ईको-हीरोज को चिन्हित व सम्मानित किया है।

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