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    Durga Puja 2022: मेरठ में मां दुर्गा के श्रृंगार से हुई पूजा की शुरुआत, पांच दिनों तक चलेंगे आयोजन

    By Jagran NewsEdited By: PREM DUTT BHATT
    Updated: Sat, 01 Oct 2022 01:35 PM (IST)

    Durga Puja 2022 मेरठ के सदर दुर्गाबाड़ी में मां दुर्गा पूजा की शुरुआत हो गई है। शुक्रवार के शनिवार को भी यहां हवन पूजन कर बंगाली समाज के लोगों ने मां का आवाहन किया। यहां पर मां दुर्गा की पूजा का आयोजन पांच दिनों तक चलेगा।

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    Durga Puja In Meerut मेरठ में मां दुर्गा की पूजा की शुरुआत हो गई है।

    मेरठ, जागरण संवाददाता। Durga Puja 2022 बंगाली दुर्गाबाड़ी समिति की ओर से सदर दुर्गाबाड़ी प्रांगण में मां दुर्गा पूजा की शुरुआत शुरुवार को हुई। हवन पूजन कर बंगाली समाज के लोगों ने मां का आवाहन किया। हवन में श्रद्धालुओं ने आहुति देते हुए मां दुर्गा पूजा महोत्सव की सफल आयोजन की कामना की। वहीं शनिवार को भी भक्‍ति भाव से पूजा अर्चना की गई।

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    प्रसाद वितरित किया गया

    हवन के उपरांत श्रद्धालुओं को प्रसाद वितरित किया गया। संध्या काल में मंत्र उच्चारण और पूर्ण विधि-विधान के साथ मां का साज श्रृंगार गहने, नथ, पायल, कंगन और आभूषणों से किया गया। समिति के पदाधिकारी अध्यक्ष पापिया सांयाल, प्रधान सचिव अभय मुखर्जी, पूजा सचिव सत्यजीत मुखर्जी भी उपस्थित रहे।

    दुर्गा महोत्सव की शुरुआत

    वहीं दूसरी ओर मुकुंदी लाल धर्मशाला में बंगाली समाज के लोगों ने दुर्गा पूजा के लिए मां की प्रतिमा की स्थापना कर पूजा अर्चना की। अध्यक्ष मनोज मंडल ने बताया कि पांच दिवसीय दुर्गा महोत्सव की शुरुआत देवी पूजन और हवन हो चुकी है। पांच दिनों ने पंडान में दूर्गा पूजा और विभिन्न सांस्कृतिक आयोजन किए जाएंगे।

    प्राचीन मंशा माता मंदिर में पूर्ण होती हैं मनोकामनाएं

    खरखौदा में मां के भक्त देवी दर्शन के लिए के दूर दूर से आते हैं। मंदिर की दूरी मेरठ से 18 किमी आौर हापुड़् से 14 किमी हैं। मेरठ से मंदिर तक पहुंचने के लिए सोहराब गेट बस स्टैंड से खरखौदा की बस आसानी से मिल जाती है, खरखौदा पहुंचने के लिए आटो और ईरिक्शा से मंदिर तक पहुंचा जा सकता है।

    1973 में हुई थी स्‍थापना

    मंदिर प्रांगण में मां मंशा माता की प्रतिमा के साथ ही अन्य देवी देवताओं की मूर्तियां भी स्थापित है। इतिहास मां मंशा माता मंदिर सुबह 6 बजे से रात 8 बजे खुला रहता है। इस मंदिर की स्थापना 25 नवंबर 1973 को हुई थी। प्राचीन मंशा देवी मंदिर के प्रांगण में भगवान गणपति, शिव परिवार, दुर्गा माता, वैष्णो दरबार, मनसा माता, संतोषी माता, राम भक्त हनुमान, भैरवनाथ सभी की मूर्तियां स्थापित है।

    आस्था विश्वास और श्रद्धा का केंद्र

    मंदिर के परिसर में काफी छायादार और फलदार वृक्ष भी लगे हुए हैं। मंदिर में गायों की सेवा भी जाती है। नवरात्र में हवन और भंडारा नवरात्र में नौ दिन मां मंशा देवी मंदिर में विशेष पूजा अर्चना और हवन किया जाता है। सुबह शाम मां के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की कतारें लगी रहती हैं। कस्बा समेत आसपास के श्रद्धालु आकर पूजा अर्चना करते हैं, और मनोकामना पूर्ण होने पर प्रसाद चढ़ाते हैं। ब्लॉक रोड स्थित मां मंशा देवी मंदिर श्रद्धालुओं की आस्था विश्वास और श्रद्धा का केंद्र है।