डा. विकास व डा. शिखा सेठ को मिली जमानत
न्यायालय स्पेशल सीजेएम मेरठ ने उपचार में लापरवाही की वजह से मरीज व बच्चे की मौत के मामले में चिकित्सक को जमानत मिल गई।
मेरठ, जेएनएन। न्यायालय स्पेशल सीजेएम मेरठ ने उपचार में लापरवाही की वजह से मरीज व बच्चे की मौत के मामले में दो चिकित्सक और कंपाउंडर की जमानत अर्जी को पर्याप्त आधार मानते हुए मंजूर कर लिया।
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के शिवाय हास्पिटल में विकास पुत्र ऋषिपाल निवासी मुजफ्फरनगर ने अपनी पत्नी को डिलीवरी के लिए भर्ती किया था। आरोप था कि डा. विकास सेठ व डा. शिखा सेठ ने उपचार में लापरवाही करते हुए अपने कंपाउंडर मनोज चपराना से उनका उपचार कराया था। जिससे विकास की पत्नी व उसके पुत्र की मुत्यु हो गई थी। वादी ने तीनों के खिलाफ ब्रह्मपुरी थाने में मुकदमा दर्ज कराया था। जिसके चलते तीनों आरोपितों ने जमानत अर्जी अधिवक्ता दिलीप बिन्नी के माध्यम से कोर्ट में दाखिल की। सोमवार को तीनों आरोपित न्यायालय में पेश हुए। सीजेएम ने तीनों आरोपित डा. विकास सेठ, डा. शिखा सेठ व कंपाउंडर मनोज की जमानत अर्जी को पर्याप्त आधार पाते हुए 25-25 हजार के दो जमानती लेकर न्यायालय से जमानत पर छोड़ने के आदेश दिये।
चरस सप्लायर गिरफ्तार
नौचंदी थाना प्रभारी संजय वर्मा ने बताया कि पुलिस ने एक आरोपित को दबोचा है। उसने अपना नाम आकाश उर्फ बिट्टू पुत्र वेदपाल निवासी ग्राम बरौली थाना स्याना जनपद बुलंदशहर हाल पता राधा गोविद के पीछे थाना भावनपुर बताया है। आरोपित कुछ दिन पहले ही गंगानगर पुलिस से मुठभेड़ के बाद जेल गया था। वह उपचार के दौरान पुलिस कस्टडी से भी फरार हो गया था। जेल से रिहा होने के बाद आकाश ने शहर में ड्रग्स सप्लाई का धंधा शुरु कर दिया था। भावनपुर पुलिस ने जई गांव निवासी इकरार पुत्र खलील को नशीले पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया है।

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