डा. अल्पना शर्मा बनीं ट्रेनिग कोआर्डिनेटर
नई शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रधानाचार्यो और शिक्षकों की ट्रेनिग अनिवार्य है। इसी कड़ी में सीबीएसई ने हर क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत सीईडी यानी सेंटर फार एक्सीलेंस डिपार्टमेंट बनाया है।

मेरठ, जेएनएन। नई शिक्षा नीति के अंतर्गत प्रधानाचार्यो और शिक्षकों की ट्रेनिग अनिवार्य है। इसी कड़ी में सीबीएसई ने हर क्षेत्रीय कार्यालय के अंतर्गत सीईडी यानी सेंटर फार एक्सीलेंस डिपार्टमेंट बनाया है। इसी के अंतर्गत पहली बार जिलों में भी डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिग कोआर्डिनेटर नियुक्त किए गए हैं। मेरठ की पहली डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिग कोआíडनेटर सीजेडीएवी पब्लिक स्कूल की प्रिसिपल डा. अल्पना शर्मा को बनाया गया है। जिले में सीबीएसई से मान्यता प्राप्त 147 स्कूल हैं। जिनमें 50 के औसत से जिले के इन स्कूलों में साढ़े सात हजार शिक्षकों व प्रधानाचार्यों के प्रशिक्षण की जिम्मेदारी रहेगी।
डा. अल्पना शर्मा के अनुसार नई शिक्षा नीति को लेकर हर वर्ग में जागरूकता के लिए शुक्रवार 15 जनवरी से ही प्रधानाचार्यों की ट्रेनिग शुरू हो रही है। फरवरी प्रथम सप्ताह में शिक्षकों की ट्रेनिग होगी और फरवरी के अंतिम सप्ताह या मार्च के प्रथम सप्ताह में अभिभावकों के लिए कार्यक्रम आयोजित होंगे। ट्रेनिग कोआíडनेटर के तौर पर मास्टर ट्रेनर्स का चयन करने से लेकर विषयों का चयन सहित दर्जनों बिदुओं पर आधारित प्रशिक्षण कराए जाएंगे। नई शिक्षा नीति में टीचर्स ट्रेनिग को बहुत अधिक प्रमुखता दी गई है जिससे नई नीति का जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन ठीक से किया जा सके। नई नीति में शिक्षकों व प्रधानाचार्यों को कम से कम 50 घंटे की ट्रेनिग अनिवार्य है। सीबीएसई टीचर्स ट्रेनिग के लिए प्रति शिक्षक दो दिन की ट्रेनिग के दो हजार रुपये भी लेती है।
मिले चार डिप्टी भी
डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिग कोआíडनेटर डा. अल्पना शर्मा के साथ चार डिप्टी ट्रेनिग कोआíडनेटर भी हैं। इनमें राधा गोविद पब्लिक स्कूल की प्रिसिपल डा. संगीता रेखी, द आर्यन स्कूल की प्रिसिपल प्रीति मल्होत्रा, दिल्ली पब्लिक स्कूल की प्रिसिपल शुभ्रा पांडे और बीएनजी इंटरनेशनल स्कूल के प्रिसिपल संजीव अग्रवाल हैं।
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