Meerut News: बदलते मौसम में खतरनाक ढंग से दस्तक दे रहा डेंगू, ऐसे रखिए अपना ख्याल
Dengu In Meerut बरसात के बाद इनदिनों में मेरठ सहित वेस्ट यूपी के मौसम में बदलाव नजर आ रहा है। ऐसे में बच्चों और बड़ों में बुखार के मामले भी बढ़ रहे हैं। डेंगू भी खतरनाक ढंग से पांव पसार रहा है। कई जिलों में ताजा मामले बढ़ रहे हैं।

मेरठ, जेएनएन। Dengu News मेरठ सहित आसपास के जिलों में इनदिनों डेंगू के मामले बढ़ते नजर आ रहे हैं। मेरठ में बीते दिनों 29 लोगों में डेंगू के लक्षण पाए गए थे। वहीं सहारनपुर में जिले में 62 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। इस बीच डेंगू के रोजाना मिल रहे मरीज से स्वास्थ्य विभाग चिंता में हैं। ऐसे में हमें ऐहतियात बरतनी चाहिए। डेंगू के चार प्रकार के वायरस होते हैं। इसके लक्षण दिखने पर बीमारी को एग्नोर नहीं करना चाहिए।
डेंगू के चार वायरस
डीईएनवी-1, डीईएनवी-2, डीईएनवी-3 और डीईएनवी-4। जब यह पहले से संक्रमित व्यक्ति को काटता है तो वायरस मच्छर के शरीर में प्रवेश कर जाता है और बीमारी तब फैलती है जब वह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है और वायरस व्यक्ति के रक्तप्रवाह के जरिये फैलता है। एक बार जब कोई व्यक्ति डेंगू बुखार से उबर जाता है, तो वह विशिष्ट वायरस से प्रतिरक्षित होता है, लेकिन अन्य तीन प्रकार के वायरस से नहीं। यदि आप दूसरी, तीसरी या चौथी बार संक्रमित होते हैं तो गंभीर डेंगू बुखार, जिसे डेंगू रक्तस्रावी बुखार के रूप में भी जाना जाता है, के विकसित होने की संभावना बढ़ जाती है।
घबराने की जरूरत नहीं
डेंगू के बढ़ रहे मरीजों में अधिकांश में डी-वन श्रेणी का संक्रमण है। घबराने की आवश्यकता नहीं है। ऐसे मरीज का प्लेटलेट्स दस हजार से नीचे जाने पर ही डाक्टर की सलाह पर प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए बात करें। उन्होंने कहा कि डेंगू के डी-टू श्रेणी का संक्रमण कम मिल रहा है। ऐसे मरीजों में प्लेटलेट्स 30 हजार पहुंचने पर डाक्टर की सलाह लेकर प्लेटलेट्स चढ़ाने के लिए बात करें।
यह लक्षण दिखे तो हो जाएं सावधान
- सिर में अधिक और लगातार सिरदर्द होना।
- मांसपेशियां, हड्डियों, जोड़ों में दर्द रहना।
- हर समय इंसान का जी मिचलाते रहना।
- बुखार के समय उल्टी आना।
- आंखों के पीछे दर्द होना।
- ग्रंथियों में सूजन आना।
- त्वचा पर लाल चकत्ते होना।
तीन तरह का होता है डेंगू
हल्का डेंगू बुखार : इसके लक्षण मच्छर के काटने के एक हफ्ते बाद देखने को मिलते हैं।
डेंगू रक्तस्त्रावी बुखार : इसके लक्षण हल्के होते हैं, लेकिन धीरे-धीरे कुछ दिनों में गंभीर हो जाते हैं।
डेंगू शाक सिंड्रोम : यह डेंगू का सबसे खतरनाक गंभीर रूप हैं। यहां तक की यह मौत का कारण बन जाता है।
इस तरह से करें बचाव
- पूरी बाजू के कपड़े पहने। जूते मौजे के साथ पहने।
- अपने घर और आसपास पानी एकत्रित न होने दें।
- बासी भोजन कतई न करें।
- दूषित पानी बिलकुल न पीए।

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