मेरठ में 'फ्लैटेड फैक्ट्री कांप्लेक्स' की मांग, इसके बनने से जानें- क्या होगा लाभ
अगर मेरठ में फ्लैटेड फैक्ट्री काम्पलेक्स बन जाती तो यहां अधिक से अधिक कंपनियां आती जिस कारण से यूपी की अर्थव्यवस्था काफी बढ़ जाती। इतना ही नहीं शहर में अनेकर रोजगार के अवसर पैदा हो जाते। साथ ही व्यापारियों को एक अच्छा मार्केट भी मिल जाता।

मेरठ, जेएनएन। लघु उद्योग भारती मेरठ महानगर ने सोमवार को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम के विकास के लिए प्रदेश सरकार द्वारा प्रथम चरण में चार जिलों में विकसित किए जाने फ्लैटेड फैक्ट्री कांप्लेक्स को लेकर सीएम के नाम पत्र कलेक्ट्रेट में सौंपकर आभार जताया। साथ ही इसमें मेरठ का नाम शामिल न होने को लेकर निराशा प्रकट व मांग की। पत्र के माध्यम से लघु उद्योग भारती की मेरठ महानगर इकाई के पदाधिकारियों में जिलाध्यक्ष राजकुमार शर्मा, महानगर अध्यक्ष पंकज जैन, महामंत्री संदीप कुमार ने कहा है कि मेरठ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाला प्रदेश का प्रमुख शहर है और यहां औद्योगीकरण की काफी संभावनाएं हैं।
उद्योगों के लिए जमीन की उपलब्धता न होने तथा निजी जमीनें महंगी होने के कारण लंबे समय से कोई भी उद्योग स्थापित नहीं हो पा रहा है। मेरठ विकास प्राधिकरण(एमडीए) व यूपीसीडा भी कई दशकों से कोई औद्योगिक क्षेत्र विकसित नहीं कर पाए हैं। ऐसे में उद्यम व उद्यमियों के हित को देखते हुए पदाधिकारियों ने मेरठ में भी फ्लैटेड फैक्ट्री कांप्लेक्स बनाए जाने की मांग की है। इस दौरान लघु उद्योग पदाधिकारियों के अलावा अन्य उद्यमी मौजूद रहे।
यह होगा लाभ
मेरठ में स्पोटर्स की फैक्ट्री समेत अन्य उद्योगों को भी फैक्ट्री है। जिसे लेकर शहर में नई इडस्ट्री नगर बसाने की मांग हो रही है। लेकिन यह सपना टूटता हुआ नजर आ रहा है। इस कारण अब व्यापारियों को फ्लैटेड फैक्ट्री काम्पलेक्स बनाने की आस थी, पर वह भी संभव नहीं हो पाया है। इस कारण से व्यापारियों में निराशा है। अगर मेरठ में फ्लैटेड फैक्ट्री काम्पलेक्स बन जाती तो यहां अधिक से अधिक कंपनियां आती, जिस कारण से यूपी की अर्थव्यवस्था काफी बढ़ जाती। इतना ही नहीं शहर में अनेकर रोजगार के अवसर पैदा हो जाते। साथ ही व्यापारियों को एक अच्छा मार्केट भी मिल जाता।

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