दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे का पांचवां चरण...परतापुर से डासना खंड में होने जा रहा बड़ा परिवर्तन
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के परतापुर-डासना खंड में बड़ा बदलाव हो रहा है। परतापुर से दिल्ली जाने वाले वाहनों को अब जैनुद्दीनपुर में बने नए इंटरचेंज पर लूप में घूमकर जाना होगा। दिल्ली से परतापुर आने वाले वाहन पहले की तरह सीधे आ सकेंगे। यह बदलाव एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण के निर्माण के कारण किया जा रहा है।

दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर जैनुद्दीनपुर में इसी ओवरब्रिज के नीचे से गुजरकर जाएंगे परतापुर के दिल्ली तरफ जाने वाले वाहन। जागरण
जागरण संवाददाता, मेरठ। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चौथे चरण यानी परतापुर से डासना वाले खंड में एक बड़ा परिवर्तन होने जा रहा है। अब परतापुर की तरफ से दिल्ली-नोएडा की ओर जाने वाले वाहन सीधे नहीं निकल पाएंगे। काशी टोल प्लाजा से लगभग सात किमी दूर जैनुद्दीनपुर में नया इंटरचेंज बन रहा है। परतापुर की तरफ के वाहन पहले इस इंटरचेंज के लूप में घूमेंगे फिर वापस उसी खंड में मिलकर दिल्ली की तरफ चले जाएंगे। हालांकि दिल्ली से परतापुर की तरफ आने वाले वाहन वर्तमान व्यवस्था के अनुसार सीधे ही आ सकेंगे। यह सब होने जा रहा है एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण के कारण... यानि इस चरण के खुलते ही यह व्यवस्था लागू हो जाएगी।
एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) अगले साल मार्च तक इस कार्य को पूरा करने का दावा कर रहा है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चार चरण पहले ही बन चुके हैं, जिस पर आवागमन जारी है। ये हैं निजामुद्दीन से यूपी गेट, यूपी गेट से डासना, डासना से हापुड़ और डासना से मेरठ का परतापुर। डासना से परतापुर वाले खंड को पुरानी दिल्ली रोड व मेरठ-रुड़की हाईवे से जोड़ा गया है।
अब पांचवां चरण भी मेरठ में निर्माणाधीन है। इसे मेरठ-हापुड़-बुलंदशहर हाईवे से जोड़ा जाएगा। यह लोहियानगर के डंपिंग ग्राउंड से शुरू होकर 14.60 किमी दूर डासना-परतापुर वाले खंड में जैनुद्दीनपुर में जुड़ जाएगा। यानी, दिल्ली से मेरठ के अंदर आने व उत्तराखंड की ओर जाने के लिए एक ही एक्सप्रेसवे के दो हिस्से हो जाएंगे। इस पांचवें चरण पर दिल्ली के वाहनों को प्रवेश दिलाने व लोहियानगर की तरफ के वाहनों को परतापुर की तरफ भेजने के लिए जैनुद्दीनपुर में इंटरचेंज बनाया जा रहा है।
परतापुर की ओर से जिन वाहनों को दिल्ली जाना होगा, वे जैनुद्दीनपुर तक सीधे जाएंगे। यहां आगे लेन बंद मिलेगी, जिससे वाहन बाईं तरफ नीचे उतर जाएंगे। ये लगभग 200 मीटर बंद रहेगी। फिर ये वाहन इंटरचेंज के ओवरब्रिज के नीचे से निकलते हुए लूप से घूमकर ऊपर आएंगे और एक्सप्रेसवे के पांचवें चरण में प्रवेश कर जाएंगे। फिर इंटरचेंज के ओवरब्रिज के ऊपर से होते हुए वापस चौथे चरण यानी डासना-परतापुर वाले खंड में पहुंचेंगे। परतापुर व हापुड़ रोड दोनों तरफ के वाहन दिल्ली की ओर बढ़ जाएंगे।
जानिए किस तरफ के वाहन कैसे निकलेंगे
-दिल्ली से परतापुर की तरफ आने वाले वाहन वर्तमान व्यवस्था की तरह सीधे आएंगे।
-दिल्ली से हापुड़ रोड आने वाले वाहन जैनुद्दीनपुर में कट से दाईं तरफ मुड़ेंगे। इसके लिए एक्सप्रेसवे का डिवाइडर काटा जाएगा।
-परतापुर की तरफ से दिल्ली जाने वाले वाहन जैनुद्दीनपुर में लूप में घूमकर जाएंगे। इन्हें लूप में घूमने के लिए नीचे उतरना पड़ेगा।
-परतापुर की तरफ से हापुड़ रोड जाने वाले वाहन जैनुद्दीनपुर में बाईं तरफ रैंप से पांचवें चरण में चले जाएंगे। इन्हें कहीं उतरना नहीं पड़ेगा।
-हापुड़ रोड की तरफ से दिल्ली जाने वाले वाहन जैनुद्दीनपुर में बाएं मुड़ते हुए डासना-परतापुर वाले खंड में शामिल हो जाएंगे। इन्हें कहीं उतरना नहीं पड़ेगा।
-हापुड़ रोड से परतापुर की ओर जाने वाले वाहन जैनुद्दीनपुर में रैंप से नीचे उतरेंगे, फिर ओवरब्रिज के नीचे से होते हुए ऊपर चढ़ेंगे। डासना-परतापुर वाले खंड में शामिल होकर परतापुर की ओर चले जाएंगे।
-एक्सप्रेसवे के डिवाइडर में कट बना लोहियानगर की तरफ वाहन मोड़े जाएंगे।
जैनुद्दीनपुर में बनाया जा रहा है इंटरचेंज : दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के चौथे व पांचवें चरण के वाहनों को एक से दूसरे पर भेजने के लिए जैनुद्दीनपुर में इंटरचेंज बनाया जा रहा है। इसके चलते परतापुर से दिल्ली की तरफ जाने वाले वाहनों की लेन में थोड़ा परिवर्तन किया गया है। ये वाहन इंटरचेंज के लूप में घूमकर जाएंगे। बाईं लेन को कुछ दूरी के लिए बंद कर दिया जाएगा। -अरविंद कुमार, परियोजना निदेशक, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे।
यह भी जानिए
जैनुद्दीनपुर इंटरचेंज पर क्या कोई टोल बूथ रहेगा--नहीं
जैनुद्दीनपुर इंटरचेंज पर क्या कोई अन्य आसपास के मार्ग के लिए भी प्रवेश और निकास होगा : नहीं
यहीं पर खरखौदा-मोदीनगर मार्ग के लिए अंडरपास है, क्या उसके वाहन इसमें आ-जा सकेंगे : नहीं
यह आएगी चुनौती
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के डासना-परतापुर खंड पर अंधेरा रहने से दुर्घटनाएं होती हैं। रात में सुनसान होने के कारण डर भी रहता है। ऐसे में जब रात में वाहन लूप में घूमने के लिए उतरेंगे तो डर का अंदेशा बढ़ जाएगा। लूप में घूमने से दिल्ली जाने में थोड़ा अधिक समय लगेगा क्योंकि लूप घूमने में कुछ मिनट लगेंगे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।