सहारनपुर में कमांडो ट्रेनिंग सेंटर : सीएम योगी का दांव रोकेगा कैराना से देवबंद तक दहशतगर्दी
यह आतंकवाद पर नियंत्रण की एक कवायद है। अपराध के लिए कुख्यात कैराना क्षेत्र के ऊंचागांव में पीएसी बटालियन का कार्य शुरू करा दहशत पर पहरा बिठा दिया। वहीं देवबंद में ATS कमांडो सेंटर निर्माण का एलान कर आतंक के पांव रोकने का दांव चला है।

अश्वनी त्रिपाठी, सहारनपुर। आतंकी दस्तक तथा बेपटरी कानून व्यवस्था। पांच साल पहले यह दोनों मर्ज पश्चिम उप्र के लिए नासूर बन गए थे। मुख्यमंत्री योगी ने अपने पहले कार्यकाल में ही पश्चिमी उप्र की इन दोनों बीमारियों का इलाज कर दिया। अपराध के लिए कुख्यात कैराना क्षेत्र के ऊंचागांव में पीएसी बटालियन का कार्य शुरू करा दहशत पर पहरा बिठा दिया। वहीं 75 किलोमीटर दूर देवबंद कस्बे में एटीएस कमांडो सेंटर निर्माण का एलान कर आतंक के पांव रोकने का दांव चला है। सीएम के इस चक्रव्यूह से पश्चिम उप्र के सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, शामली समेत मेरठ से आतंक व खौफ की नर्सरी को खत्म किया जा सकेगा।
नियंत्रण करना बड़ी चुनौती
2017 में उप्र में प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तो पश्चिम उप्र में सबसे बड़ी चुनौती अपराध नियंत्रण तथा आतंक की जड़ों को फैलने से रोकना था। कैराना पश्चिम उप्र में दहशत की नर्सरी बना था। देवबंद के आतंकी तार टूट नहीं पा रहे थे। पांच सालों में मुख्यमंत्री योगी ने दोनों ही समस्याओं पर फोकस किया। अपराध पर नकेल कसने के लिए पूर्व सांसद बाबू हुकुम सिंह की इच्छा के अनुरूप कैराना को पीएसी बटालियन की सौगात दी गई। इसके लिए जमीन की पैमाइश की जा चुकी है। ऊंचागांव में पीएसी बटालियन के अलावा कैराना के गुज्जरपुर में फायरिग रेंज की स्थापना की जानी है। उधर, माना जाता है कि देवबंद में एटीएस कमांडो ट्रेनिंग सेंटर बनने से आतंक की जड़ों को उखाडऩे में मदद मिलेगी।
पश्चिम के कई जिलों को मिलेगा लाभ
कैराना में पीएसी की बटालियन बनने से कैराना, शामली, मुजफ्फरनगर तथा सहारनपुर जनपदों को इसका लाभ मिलेगा। देवबंद में कमांडो सेंटर बनने से सहारनपुर से मेरठ, मुजफ्फरनगर, नोएडा तक आतंकी गतिविधियों को रोकने में मदद मिलेगी। कैराना में भी आतंक की जड़ें गहरी रही हैं। यहां के कई लोगों का पाकिस्तानी कनेक्शन है। इसे रोकने में भी यह चक्रव्यूह मददगार साबित होगा।
जल्द टेकओवर होगी जमीन
जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक सिद्धार्थ कुमार बताते हैं कि देवबंद में प्रशिक्षण केंद्र को एटीएस को सौंपा जाना है। इसका प्रस्ताव जा चुका है, जल्द ही इस भवन को एटीएस के सुपुर्द किया जाएगा।
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