'बेकार' ससुरालियों ने कार के लिए घर से निकाला
सख्त कानून बनने के बावजूद दहेज लोभी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। लाकडाउन के दौरान हुए निकाह में दो विवाहिताओं को ससुरालियों ने कार और बुलेट मोटरसाइकिल नहीं लाने पर प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया।

मेरठ, जेएनएन। सख्त कानून बनने के बावजूद दहेज लोभी सुधरने का नाम नहीं ले रहे हैं। लाकडाउन के दौरान हुए निकाह में दो विवाहिताओं को ससुरालियों ने कार और बुलेट मोटरसाइकिल नहीं लाने पर प्रताड़ित कर घर से निकाल दिया। मंगलवार को पुलिस आफिस पहुंचकर विवाहिताओं ने सीओ पूनम सिरोही से ससुरालियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र के बड़ा बाजार निवासी इरशाद ने बीती 5 मई को अपनी पुत्री इरम का निकाह कस्बा इस्लामाबाद खतौली निवासी इसरार पुत्र अल्लाहमेहर से किया था। लाकडाउन के दौरान ही दोनों का निकाह हुआ था। इरशाद ने अपनी हैसियत के हिसाब से दहेज दिया था। इरम ने बताया कि बीते 13 नवंबर को उसके देवर गुलजार का निकाह मुजफ्फरनगर से हुआ था। उसे दहेज में कार मिली थी। कम दहेज लाने पर ससुरालियों ने विवाहिता को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। आरोप है कि 28 नवंबर को दहेज में कार नहीं लाने पर ससुरालियों ने उसे पीट-पीटकर घर से निकाल दिया।
दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल नहीं लाने पर घर से निकाला
लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के फिरोजनगर, घंटे वाली गली निवासी सलीम ने अपनी बेटी इलमा का निकाह 29 मार्च को एल ब्लाक सुंदर नगरी, थाना भोपरा दिल्ली निवासी गुफरान पुत्र इम्तियान से किया था। वह फर्नीचर बनाने का काम करता है। विवाहिता ने बताया कि गुफरान और उसके स्वजनों को दहेज में बुलेट मोटरसाइकिल चहिए थी। लाकडाउन के दौरान हुए निकाह की वजह से उनकी आíथक स्थिति सही नहीं थी। जिसकी वजह से उन्होंने मोटरसाइकिल को छोड़कर अन्य सामान दे दिया। आरोप है कि बुलेट नहीं लाने पर निकाह के बाद से ही ससुरालियों ने इलमा को प्रताड़ित करना शुरू कर दिया और उसे घर से निकाल दिया। सीओ पूनम सिरोही का कहना है कि दोनों विवाहिताओं को महिला थाने भेजा गया है। महिला थाना प्रभारी संध्या वर्मा को मामले में जांच कर कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं।
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