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    CCSU Meerut: सीसीएसयू मेरठ छात्रों को अब फिल्म बनाना और एडिटिंग सिखाएगा, यह है पूरा योजना

    By Prem Dutt BhattEdited By:
    Updated: Fri, 17 Jun 2022 11:59 AM (IST)

    film making at ccsu मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर व कालेजों में नए कोर्स शुरू करने को कार्यकारी परिषद की स्वीकृति। तीन वर्षीय एलएलएलबी कोर्स और डिप्लोमा इन साइबर ला एवं साइबर क्राइम भी पढ़ेंगे। इससे छात्रों को फायदा मिलेगा।

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    एक ओर संस्कृत विभाग में ज्योतिष विज्ञान तो दूसरी ओर एमटेक की पढ़ाई भी होगी शुरू।

    मेरठ, जागरण संवाददाता। film making at ccsu मेरठ चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय परिसर और संबद्ध कालेजों में इस वर्ष कुछ नए कोर्स शुरू हो रहे हैं। गुरुवार को हुई कार्यकारी परिषद की बैठक में विश्वविद्यालय परिसर और राजकीय डिग्री कालेज में नए कोर्स शुरू किए जा रहे हैं। विश्वविद्यालय परिसर में तिलक पत्रकारिता एवं संचार स्कूल में बैचलर इन जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन-आनर्स कोर्स फिर शुरू होगा।

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    इस प्रकार है पूरी योजना

    इसके अलावा बैचलर इन सिनेमैटोग्राफी, बैचलर इन फिल्म एंड थिएटर स्टडीज और पीजी डिप्लोमा इन वीडियो एडिटिंग का कोर्स शुरू होगा। इसी तरह विश्वविद्यालय परिसर में ला विभाग में तीन वर्षीय एलएलबी और डिप्लोमा इन साइबर ला एवं साइबर क्राइम का कोर्स शुरू होगा। संस्कृत विभाग में ज्योतिष विज्ञान और सर छोटूराम इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी इंस्टीट्यूट में एमटेक की पढ़ाई शुरू होगी। वहीं जेवर कालेज में फिल्म व थिएटर, एविएशन एंड डिफेंस स्टडीज आदि से संबंधित कोर्स शुरू होंगे। यह सभी नए कोर्स इसी सत्र 2022-23 में शुरू होंगे।

    ईसी में हुए कुछ अन्य अहम निर्णय

    कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला की अध्यक्षता में हुई बैठक में नए पाठ्यक्रमों को शुरू करने की स्वीकृति मिलने के अलावा मां शाकंभरी देवी विश्वविद्यालय सहारनपुर में सीसीएसयू के 15 प्रतिशत कर्मचारी भेजने, शारीरिक शिक्षा विभाग में दो स्पोर्ट्स प्रशिक्षक नियुक्त होंगे। अभियंत्रण विभाग में अवर अभियंता-सिविल के रिक्त पदों पर जल्द नियुक्ति होगी। 41 शोधार्थियों को पीएचडी की उपाधि मिलेगी। 63 कालेजों में विभिन्न पाठ्यक्रमों की संबद्धता प्रदान करने का निर्णय लिया है।

    आनलाइन संबद्धता

    विश्वविद्यालय की ओर से भविष्य में आनलाइन संबद्धता ही प्रदान की जाएगी। विश्वविद्यालय स्थित आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ का नाम बदलकर हरित क्रांति के जनक डा. एमएम स्वामी नाथन रखने का निर्णय लिया गया है। बैठक में प्रति कुलपति प्रो. वाई विमला, कुलसचिव धीरेंद्र कुमार वर्मा, न्यायमूर्ति पंकज मित्थल, डा. दीन दयाल अरोड़ा, डा. अरुण कुमार सिंह, प्रो. हरि भाऊ खंडेकर आदि उपस्थित रहे।