CCSU Meerut News: डाक से भेजी जा रहीं छात्रों की डिग्रियां, निजी कुरियर कंपनी के साथ करार खत्म
मेरठ में कोविड19 के समय में सीसीएसयू ने निजी कूरियर कंपनी से छात्रों के घर तक डिग्री पहुंचाने की शुरुआत की थी। इसमें बहुत से छात्रों के पास डिग्री नहीं पहुंचने की शिकायत आई। इस पर विवि ने कंपनी का 23 लाख रुपये का भुगतान रोक दिया।

मेरठ, जागरण संवाददाता। मेरठ में चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने निजी कूरियर कंपनी से करार खत्म करने के बाद अब भारतीय डाक विभाग के माध्यम से छात्रों की डिग्री भेजने की शुरुआत की है। अभी ट्रायल के तौर पर विवि ने अपने स्तर पर स्पीड पोस्ट की है, जिसमें कुछ डिग्री वापस आ गई हैं।
ये शिकायतें आई थीं
कोरोना के समय में विवि ने निजी कूरियर कंपनी से छात्रों के घर तक डिग्री पहुंचाने की शुरुआत की थी। इसमें बहुत से छात्रों के पास डिग्री नहीं पहुंचने की शिकायत आई। इस पर विवि ने कंपनी का 23 लाख रुपये का भुगतान रोक दिया। लापरवाही के आरोप में विवि के दो कर्मचारियों को निलंबित भी कर दिया।
चल रही जांच
दो असिस्टेंट रजिस्ट्रार के खिलाफ जांच चल रही है। कूरियर कंपनी से करार खत्म करने के बाद अब विवि ने भारतीय डाक विभाग से करार किया है। इसके तहत छात्र 50 रुपये आनलाइन शुल्क जमा करके अपने पते पर डिग्री मंगा सकेंगे।
डिग्री कालेजों में अब हर दिन होगी हाजिरी
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे जुड़े कालेजों की भौतिक कक्षाएं शुरू हो गई हैं, लेकिन छात्र-छात्राओं की उपस्थिति काफी कम है। 10 से 15 फीसद छात्र ही कालेजों में पहुंच रहे हैं। इनकी हाजिरी हर दिन उच्च शिक्षा निदेशालय को भेजी जा रही है। बता दें कि विवि और कालेजों में अभी परास्नातक कक्षाओं में छात्र आ रहे हैं। स्नातक दूसरे और तीसरे वर्ष में छात्रों के अभी प्रवेश नहीं शुरू हुआ है।
उच्च शिक्षा निदेशक के निर्देश
इसकी वजह से स्नातक की कक्षा अभी नहीं शुरू हो पाई है। कोविड की वजह से जिन छात्रों की परीक्षा नहीं हुई, उन्हें प्रोन्नत किया जाना है। इसकी वजह से कालेजों ने उन छात्रों को भी अभी अगली कक्षा में नहीं भेजा है। क्षेत्रीय उच्च शिक्षा अधिकारी डा. राजीव गुप्ता ने बताया कि उच्च शिक्षा निदेशक के निर्देश पर सभी कालेज की हर दिन की हाजिरी ली जा रही है।
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