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    Corona virus study: समझना चाहते हैं कोरोना वायरस का विज्ञान तो चले आएं CCSU, पता चलेंगी बारीकियां

    By Taruna TayalEdited By:
    Updated: Thu, 19 Mar 2020 01:51 PM (IST)

    कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में बेचैनी है। अफवाहें भी उड़ रही हैं। ऐसे में सीसीएसयू मेरठ ने बड़ी पहल करते हुए डिजास्टर मैनेजमेंट कोर्स में कोरोना वायरस को भी शामिल किया है।

    Corona virus study: समझना चाहते हैं कोरोना वायरस का विज्ञान तो चले आएं CCSU, पता चलेंगी बारीकियां

    मेरठ, [विवेक राव]। प्रदेश में चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय पहली बार कोरोना वायरस को अपने पाठ्यक्रम में शामिल करने जा रहा है। अगले सत्र से विश्वविद्यालय में डिजास्टर मैनेजमेंट (आपदा प्रबंधन) का एक वर्षीय डिप्लोमा कोर्स शुरू हो रहा है। इसमें इस वायरस को अलग से शामिल किया जाएगा। इसके अलावा विश्वविद्यालय में विज्ञान के तीन विषयों में भी वायरस स्टडीज को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाया जाएगा। कुलपति प्रो. एनके तनेजा ने इसे छात्रों के साथ ही जनसामान्य के लिए भी उपयोगी बताया है। 

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    अगले सत्र से होगी पढ़ाई

    कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में बेचैनी है। तरह-तरह की अफवाहें उड़ रही हैं। कोरोना से बचने के लिए कई तरह के उपाय भी वायरल हो रहे हैं। ऐसे में वायरस और उससे जनित बीमारियों को लेकर और अधिक जागरूकता की जरूरत है। इसे देखते हुए विश्वविद्यालय स्तर पर वायरस के अध्ययन के लिए पहल की जा रही है। अभी तक विश्वविद्यालय में अलग से वायरस की कोई पढ़ाई नहीं होती है। एमएससी जंतु विज्ञान जैसे विषय में फस्र्ट सेमेस्टर में वायरस का केवल जिक्रभर है। एमएससी जंतु विज्ञान, एमएससी विष विज्ञान और एमएससी पर्यावरण विज्ञान में वायरस को सिलेबस में जोडऩे की योजना बनाई गई है। विज्ञान के छात्र वायरस को अपने सिलेबस के अंतर्गत विस्तार से पढ़ेंगे। इसके अलावा अगले सत्र से विश्वविद्यालय में डिजास्टर मैनेजमेंट का कोर्स शुरू किया जा रहा है। इसमें कोरोना वायरस, बर्ड फ्लू सहित अन्य तरह की बीमारियों को फैलाने वाले वायरस को भी शामिल किया जाएगा ताकि छात्र वायरस के हमले की स्थिति में आपदा प्रबंधन सही से सीख सकें।

    इनका कहना है

    अगले सत्र से शुरू होने वाले डिजास्टर मैनेजमेंट कोर्स में कोरोना वायरस को भी पाठ्यक्रम में शामिल किया जाएगा। जंतु विज्ञान, विष विज्ञान और पर्यावरण विज्ञान के विभागाध्यक्षों से कहा जाएगा कि वह बोर्ड आफ स्टडीज की बैठक में वायरस पर भी सिलेबस बनाएं। जिस तरह से कोरोना वायरस को लेकर पूरी दुनिया में स्थिति बनी है। ऐसे समय में यह पाठ्यक्रम उपयोगी साबित हो सकता है।

    -प्रो. एनके तनेजा, कुलपति, चौ. चरण सिंह विश्वविद्यालय