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    CBSE ने 2026 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए जारी की टेंटेटिव डेटशीट, एलओसी के लिए फाइनल हुई ये तारीख

    Updated: Wed, 24 Sep 2025 08:51 PM (IST)

    सीबीएसई ने 2026 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए संभावित डेटशीट जारी कर दी है। मेरठ में 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में लगभग 30 हजार छात्रों के शामिल होने की उम्मीद है। स्कूलों को 30 सितंबर तक विलंब शुल्क के साथ एलओसी जमा करनी है। इस वर्ष 10वीं और 12वीं की मुख्य परीक्षाओं के साथ-साथ अन्य परीक्षाओं की भी डेटशीट जारी की गई है।

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    मेरठ में करीब 30 हजार परीक्षार्थी देंगे सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा

    जागरण संवाददाता, मेरठ। सीबीएसई ने वर्ष 2026 की बोर्ड परीक्षाओं के लिए टेंटेटिव डेटशीट जारी कर दी है। इस वर्ष मेरठ जिले में 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में करीब 30 हजार परीक्षार्थियों के शामिल होने की उम्मीद है।

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    वर्तमान में स्कूल परीक्षार्थियों की एलओसी यानी लिस्ट आफ कैंडीडेट तैयार की जा रही है। सीबीएसई की ओर से निर्धारित तिथियों के अनुसार बिना विलंब शुल्क के 22 सितंबर तक एलओसी भेजी गई थी। अब विलंब शुल्क के साथ एलओसी 30 सितंबर तक सीबीएसई को मुहैया कराना है। इसीलिए अभी तक परीक्षार्थियों का सटीक आंकड़ा तैयार नहीं हो सका है।

    सीबीएसई ने इस वर्ष जारी टेंटेटिव डेटशीट में 10वीं व 12वीं की मुख्य परीक्षाओं, 10वीं की दूसरी बोर्ड परीक्षा, खिलाड़ियों के लिए अतिरिक्त अवसर वाली डेटशीट और सप्लीमेंट्री परीक्षा की प्रस्तावित डेटशीट जारी की है। इस डेटशीट के अनुसार स्कूलों में अपनी तैयारियां शुरू होंगी।

    सीबीएसई के सिटी कोआर्डिनेटर सुधांशु शेखर ने कहा कि इस वर्ष स्कूलों को टीम वर्क के तौर पर सौ प्रतिशत से अधिक प्रदर्शन करना होगा। फरवरी से लेकर मई तक की बोर्ड परीक्षाओं के साथ ही स्कूलों में 13 अन्य कक्षाओं की वार्षिक परीक्षा, मूल्यांकन, व परिणाम जारी करने के बाद नए सत्र की प्रवेश प्रक्रिया भी इसी बीच पूरी करनी होगी।

    बोर्ड परीक्षा के साथ ही शिक्षकों को मूल्यांकन में भी शामिल होना होगा। इसी के साथ स्कूल की अन्य गतिविधियों को भी जारी रखने की जरूरत पड़ेगी। स्कूल भवनों में बोर्ड परीक्षा, मूल्यांकन और स्कूल की आंतरिक परीक्षाएं, प्रयोगात्मक और कक्षाओं के संचालन के लिए एक साथ कक्ष की व्यवस्था को सुनिश्चित करना होगा। यह समन्वय चुनौतीपूर्ण है जिसमें एक भी कड़ी कमजोर होने से उसके आस-पास की कार्यप्रणाली प्रभावित हो सकती है।