सीबीएसई की पहल, प्रतियोगिता के माध्यम से पर्यटन से देश को एक सूत्र में बांधना सिखाएगी नई पीढ़ी
CBSE competition सीबीएसई के एक्सप्रेशन सीरीज प्रतियोगिता में अमृत काल के तहत पर्यटन को रखा विषय। 12 अक्टूबर तक स्कूल में होंगी प्रतियोगिताएं 13-18 तक सीबीएसई को भेजेंगे विवरण। हर क्षेत्र के साथ नई पीढ़ी को जोड़ने की कोशिश है।

अमित तिवारी, मेरठ। CBSE competition प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वर्ष 2047 तक 25 वर्षों को अमृत काल कहते हुए आत्मनिर्भर भारत बनाने को पंच प्रण दिए हैं। इससे देश के हर वर्ग और हर क्षेत्र के साथ नई पीढ़ी को जोड़ने की कोशिश हो रही है।
एक्सप्रेशन सीरीज प्रतियोगिता
इसी कड़ी में सीबीएसई ने अपने देशव्यापी स्कूली प्रतियोगिता एक्सप्रेशन सीरीज में इस सत्र 2022-23 का विषय पर्यटन रखा है। स्कूलों बच्चों को इस प्रतियोगिता के तहत देश के पसंदीदा पर्यटन स्थल, स्थानीय पर्यटन, इसे प्रमोट करने के प्रयास एवं 2047 तक लक्ष्य प्राप्ति संबंधी विषयों पर लिखने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।

पर्यटन मंत्रालय को भेजेंगे बच्चों के सुझाव
सीबीएसई के सभी 16 क्षेत्रीय कार्यालय हर आयु वर्ग के कुल 160 बच्चों की सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति चुनकर मुख्यालय भेजेंगे। वहां राष्ट्रीय स्तर पर तीन और हर क्षेत्रीय कार्यालय के 10 सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति को पर्यटन मंत्रालय भेजा जाएगा। स्कूली बच्चों की ओर से उक्त चारों विषयों पर दी गई प्रस्तुतियों में पर्यटन को बढ़ावा देने के सुझावों को पर्यटन मंत्रालय की ओर से अमल में लाया जाएगा।
चार तरह की प्रस्तुति
सीबीएसई ने इस द्वितीय एक्सप्रेशन सीरीज के तहत कक्षा तीन से पांच, छह से आठ, नौवीं-10वीं व 11वीं-12वीं के विद्यार्थी निबंध, पैराग्राफ, पेंटिंग, कविता आदि के जरिए विद्यार्थी अपने टापिक के अनुरूप पर्यटन पर अपनी प्रस्तुति भेजेंगे।
12 अक्टूबर तक होंगी प्रतियोगिताएं
सीबीएसई ने 12 अक्टूबर तक स्कूल स्तरीय एक्सप्रेशन सीरीज प्रतियोगिताएं पूरी कराने को कहा है। चारों वर्ग से स्कूल एक-एक सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुति चुनकर सीबीएसई के एक्सप्रेशन सिरीज मोबाइल एप के जरिए 13 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक सीबीएसई को भेजेंगे। हर बच्चे को प्रतिभागिता के लिए आनलाइन सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।
इनका कहना है
देश की समृद्धि और अर्थव्यवस्था में पर्यटन महत्वूपूर्ण योगदान दे सकता है। ऐसे में नई पीढ़ी को इससे जोड़ने से स्वतंत्रता के 100 वर्ष पूर्ण होने तक यही बच्चे देश के पर्यटन को बढ़ावा देने में सबसे बड़े वाहक होंगे।
- सुधांशु शेखर, सिटी कोआर्डिनेटर

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