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    बुलंदशहर के ढलना में अंबेडकर मूर्ति और द्वार तोड़कर फिर थी माहौल बिगाड़ने की कोशिश

    बुलंदशहर के ढलना में जातीय संघर्ष पर अभी विराम नहीं लगा पा रहा है। गुरुवार की रात को फिर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की गई। यहां पर बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने समय रहते हालात पर काबू पा लिया।

    By Prem Dutt BhattEdited By: Updated: Fri, 18 Feb 2022 12:01 PM (IST)
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    बुलंदशहर में ढलना प्रकरण में अब भी माहौल बिगाड़ने की कोशिश जारी है।

    बुलंदशहर, जागरण संवाददाता। Bulandshahr Dhalna episode बुलंदशहर के ऊंचागांव के ढलना में जातीय संघर्ष रुकने का नाम नहीं ले रहा है। गुरुवार रात कुछ युवकों ने गांव के मुख्य द्वार और उस पर बनी बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति को तोड़ने का प्रयास किया। हालांकि दूसरे पक्ष ने पुलिस को सूचना कर दी और अराजक तत्वों के मंसूबे नाकाम कर दिए। दूसरे पक्ष का आरोप है कि दलित समाज के युवकों ने बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति तोड़कर ठाकुर समाज के युवकों को फंसाने की योजना बनाई थी।

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    पुलिस को दी गई सूचना

    गुरुवार की देर रात एक दर्जन युवक हाथों में लाठी-डंडे लेकर गांव के बाहर बने मुख्य द्वार पर पहुंचे। द्वार पर बाबा भीमराव अंबेडकर की मूर्ति बनी है, इसे तोड़ने का प्रयास किया। इसकी भनक लगते ही ठाकुर समाज के लोगों ने पुलिस को सूचना दी। गांव में तैनात पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस को देखकर अराजक तत्व मौके से फरार हो गए। ठाकुर समाज के लोगों ने थाना प्रभारी को सौंपी तहरीर में बताया कि दलित समाज के युवकों की मंशा बाबा साहब अंबेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर ठाकुर समाज के युवकों को फंसाने की थी। पुलिस ने कुछ युवकों की पहचान कर ली है। पुलिस ने दलित समाज के आठ-दस नामजद व कुछ अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि कुछ युवक देर रात लाठी-डंडे लेकर मुख्य द्वार पर पहुंचे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें खदेड़ दिया। मामले की जांच की जा रही है। पुलिस फोर्स गांव में तैनात है।

    यह है ढलना प्रकरण

    बुलंदशहर के ऊंचागांव में ढलना में घुडचढ़ी के दौरान महाराणा प्रताप का बोर्ड उखाडऩे और विरोध पर पथराव की घटना के बाद ठाकुर पक्ष ने महापंचायत का एलान किया है, इसकी जानकारी होते ही एसपी सिटी ने छह थानों की पुलिस फोर्स के साथ गांव में डेरा डाल दिया है। उधर, ठाकुर पक्ष के लोग गुरुवार को एसएसपी से मिल और मेरठ में विजीलेंस में तैनात एक एसपी पर जातिय उपद्रव कराने का आरोप लगाया। एसएसपी ने मामले की जांच एसपी सिटी और एलआईओ को सौंपी है। नरसेना थाना क्षेत्र के गांव ढलना में अनुसूचित जाति के कुछ युवकों ने महाराणा प्रताप का बोर्ड उखाड़कर फेंक दिया, ठाकुर समाज के लोगों ने इसका विरोध किया तो दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और एक-दूसरे पर पथराव कर दिया था।

    महापंचायत करने का एलान

    गुरुवार की सुबह ठाकुर पक्ष ने महापुरुष के अपमान का अरोप लगाते हुए जनपद व गैर जनपद के समाज के लोगों की महापंचायत करने का एलान कर दिया। सूचना पाकर एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी जहांगीराबाद, अनूपशहर, अहमदगढ़, खानपुर, स्याना, अहार पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को समझा-बुझाकर शांत किया। इसके साथ ही गांव के बाहरी रास्तों पर पुलिस तैनात कर दी गई और गांव में फ्लैग मार्च किया गया। गांव में दोनों ओर से तनावपूर्ण शांति बनी हुई है।

    इनका कहना है

    टूटा बोर्ड फिर से लगा दिया गया है, ढलना में शांति बनी हुई है, मेरठ में तैनात एक एसपी की भूमिका की जांच एसपी सिटी और एलआइयू प्रभारी को सौंप दी गई है।

    - संतोष कुमार सिंह एसएसपी।