मेरठ में BJP नेता की मौत के पीछे क्या है वजह? गढ़मुक्तेश्वर में स्नान करते समय बिगड़ी थी तबीयत
राष्ट्रीय परशुराम परिषद के जिलाध्यक्ष शिवकुमार का गढ़मुक्तेश्वर में कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया। वह गंगा स्नान के लिए गए थे, जहाँ उनकी तबीयत बिगड़ी। उन्हें मेरठ के अस्पताल ले जाया गया, जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पल्हैड़ा में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जिसमें कई नेता शामिल हुए। डॉक्टर ने कार्डियक अरेस्ट को मौत का कारण बताया।

जागरण संवाददाता, मोदीपुरम। राष्ट्रीय परशुराम परिषद के जिलाध्यक्ष शिवकुमार की गढ़मुक्तेश्वर में कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। वह परिवार के संग गंगा स्नान के लिए गढ़ गंगा मेले में गए थे। वहां पर भाजपा नेता सुनील भराला के शिविर में रुके हुए थे। स्नान के समय सिर पर पानी डालते ही उनकी तबीयत बिगड़ गई। मेला ग्राउंड पर बने अस्थाई चिकित्सा शिविर में ले जाया गया। वहां से मेरठ के आनंद अस्पताल लाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया। शाम चार बजे पल्हैड़ा के श्मशान में उनका अंतिम संस्कार कर दिया।
पल्लवपुरम फेज-दो निवासी डा. राजीव भारद्वाज ने बताया कि पल्लवपुरम निवासी शिव कुमार शर्मा भाजपा श्रमिक प्रकोष्ठ के क्षेत्रीय अध्यक्ष रह चुके हैं। वर्तमान में वह राष्ट्रीय परशुराम परिषद के जिलाध्यक्ष थे। शिवकुमार परिवार के संग गढ़मुश्क्तेश्वर मेले में गए थे। वहां पर भाजपा नेता सुनील भराला के शिविर में रुके हुए थे।
मंगलवार को शिवकुमार गंगा जी के किनारे बैठकर लोटे से गंगाजल सिर पर डाल रहे थे। तभी अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई। शिवकुमार को बदहवास होने पर तत्काल ही भाजपा नेता अजय भराला उनको शिविर में बने अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मेरठ रैफर किया।
एंबुलेंस से उनको आनंद हास्पिटल ले गए, जहां उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। अस्पताल से उनका पार्थिव शरीर उनके घर पल्लवपुरम लाया गया। परिवार में उनके पिता रामपाल शर्मा, पत्नी, बेटे राहुल शर्मा व पारूल शर्मा, भाई प्रेम शर्मा हैं।
पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार पीड़ित स्वजन ने पल्हैड़ा श्मशान घाट में किया, जहां विधायक अमित अग्रवाल, वरिष्ठ भाजपा नेता सुनील भराला, राजेश कांत जैन, अंकुर मुखिया, रमेश चौहान, उत्कर्ष सिंह चौहान, आशीष गुर्जर, अनुज राठी आदि मौजूद रहे। शिवकुमार मूलरूप से सांधन मवाना के रहने वाले थे। हाल में पल्लवपुरम फेस टू में रहते थे। डाक्टर तनुराज सिरोही ने बताया कि इस तरह की घटनाओं में कार्डियक अरेस्ट से ही मौत होना संभव है।

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