IPS विपिन ताडा का बड़ा एक्शन, हाईप्रोफाइल केस को लेकर SWAT टीम समेत 15 पुलिसकर्मी लाइन हाजिर; महकमे में हड़कंप
IPS Vipin Tada मेरठ पुलिस के 15 पुलिसकर्मियों को सुनील पाल अपहरण मामले में नाकामी पर लाइन हाजिर कर दिया गया है। बिजनौर पुलिस ने इस मामले में मुख्य आरोपित सुशांत चौधरी उर्फ लवी समेत आठ आरोपितों को गिरफ्तार किया है। मेरठ पुलिस केवल एक आरोपित को ही गिरफ्तार कर सकी थी। एसएसपी की कार्रवाई से महकमे में हड़कंप मच गया है।

जागरण संवाददाता, मेरठ। कॉमेडियन सुनील पाल के अपहरण में देश-दुनिया में मेरठ सुर्खियों में रहा। कई दिनों तक दिल्ली-लखनऊ के सवाल-जवाब मेरठ पुलिस झेलती रही। अपहरण का मामला भी मेरठ के लालकुर्ती थाने में दर्ज हुआ। दिन-रात जांच-पड़ताल व छापेमारी में मेरठ पुलिस की दस से ज्यादा टीमें लगी रही। लंबे होमवर्क व कसरत के बाद उपलब्धियों की बात करें तो मेरठ पुलिस के हाथ खाली रहे।
मेरठ पुलिस के शिकार को बिजनौर पुलिस ले उड़ी। अभिनेता मुश्ताक खान व कामेडियन सुनीलपाल अपहरण में शामिल मुख्य आरोपित सुशांत चौधरी उर्फ लवी समेत दस में से आठ आरोपितों को बिजनौर पुलिस ने गिरफ्तार किया।
15 पुलिसकर्मियों को किया गया लाइन हाजिर
मेरठ पुलिस केवल एक आरोपित को गिरफ्तार कर सकी। जवाबदेही व फजीहत झेल रहे एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने इसे बेहद गंभीरता से लिया। इसे जांच करने वाली टीम खासकर स्वाट टीम (Special Weapons and Tactics) की नाकामी माना। नाराज एसएसपी ने दिए टास्क में फेल होने पर स्वाट टीम प्रभारी समेत सभी 15 पुलिस कर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया। एसएसपी की कार्रवाई से विभाग में सनसनी फैल गई है।
2 दिसंबर को कामेडियन सुनील पाल का मेरठ से अपहरण किया गया था। उन्हें एक इंवेट के बहाने मेरठ बुलाकर दो गाड़ियों में सवार बदमाशों ने बाइपास के होटल रंगरूट से अपहरण कर लिया था। सुनीलपाल से अपहरणकर्ताओं ने तीन दिसंबर को आठ लाख रुपये की फिरौती वसूली थी। इस रुपये से शहर के दो सर्राफ की दुकान से सोने के जेवरात खरीदे गए थे। सुनीलपाल ने मुंबई जाकर अपहरण का राजफाश किया था। सांताक्रुज थाने पर अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
20 नवंबर को हुआ था मुश्ताक खान का अपहरण
सुनील ने बताया था कि अभिनेता मुश्ताक खान का इसी तरह 20 नवंबर को अपहरण किया गया था। उनसे भी 2.20 लाख रुपये की फिरौती वूसली थी। दोनों को बिजनौर में बंधक बनाकर रखा गया था। सुनीलपाल की सांताक्रूज थाने पर दर्ज रिपोर्ट मेरठ के लालकुर्ती थाने में स्थानांतरित कर दी गई थी।
मुश्ताक की रिपोर्ट बिजनौर में दर्ज की गयी थी। दोनों जनपद पुलिस की जांच में अपहरण में सुशांत चौधरी उर्फ लवी समेत दस लोगों के नाम सामने आए थे। इनकी गिरफ्तारी को दोनों ही जनपदों की टीम पूरी ताकत से जुटी थी। मेरठ पुलिस ने दस टीम का गठन किया था। स्वाट टीम को भी मुख्य आरोपित समेत सभी आरोपितों की गिरफ्तारी का टास्क दिया गया था। हाईप्रोफाइल मामले में बिजनौर पुलिस लगातार मेरठ पुलिस को मात देती रही। मेरठ पुलिस के केवल अर्जुन कर्णवाल को ही गिरफ्तार कर सकी।
बिजनौर पुलिस ने पूर्व पार्षद सार्थक चौधरी उर्फ रिक्की, अजीम, सैबुद्दीन, अंकित पहाड़ी, शिवा, शशांक, आलोक उर्फ गोला़ को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपित लवी व उसके भाई शुभम को गिरफ्तार करना दोनों जिलों की पुलिस के लिए बड़ा चैलेंज बन गया था।
बिजनौर पुलिस ने मुठभेड़ में किया गिरफ्तार
सोमवार को जैसे ही बिजनौर पुलिस ने लवी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया, इसे एसएसपी डा.विपिन ताडा ने गंभीरता से लिया। इसे जांच टीम व स्वाट टीम का नाकामी माना। इसके बाद ही स्वाट टीम को लाइन हाजिर करने का आदेश जारी हो गया।
एसएसपी के आदेश पर स्वाट टीम प्रभारी अरूण कुमार मिश्रा, दारोगा अतुल कुमार, हैड कांस्टेबल आशुतोष कुमार, खुर्शीद, प्रताप, आकाश चौधरी, व कांस्टेबल मनोज, गौरव, गोविंद, उपेन्द्र, विजय, अनूप, दीपक व मनीष को तत्काल पुलिस लाइन भेज दिया गया।
एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने कहा
स्वाट टीम में नई ऊर्जा पैदा करने के लिए यह बदलाव किया गया है। ठहराव ठीक नहीं है। बहुत से बाहर से आए अधिकारी व कर्मचारियों ने स्वाट टीम में काम करने की इच्छा जतायी है। इसी कारण स्वाट टीम का फिर से गठन किया जा रहा है। सुनील पाल मामले से इसे बदलाव को जोड़्कर नहीं देखा जाना चाहिए।
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