मेरठ की दो बेटियों अन्नू रानी और प्रीति पाल को अर्जुन अवार्ड, खेल मंत्रालय की ओर से की गई घोषणा
मेरठ की दो बेटियों अन्नू रानी और प्रीति पाल को अर्जुन पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। अन्नू रानी भाला फेंक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं और प्रीति पाल पैरा एथलीट हैं जिन्होंने पैरा वर्ल्ड एथलेटिक चैंपियनशिप और पेरिस पैरालंपिक में कांस्य पदक जीता है। दोनों खिलाड़ियों को 17 जनवरी को दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में अर्जुन अवार्ड प्रदान किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, मेरठ। युवा मामले और खेल मंत्रालय की ओर से गुरुवार को राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों की घोषणा की गई। इसमें मेरठ की दो बेटियों अन्नू रानी और प्रीति पाल को अर्जुन पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। खिलाड़ियों को यह पुरस्कार 17 जनवरी को दिल्ली में आयोजित पुरस्कार समारोह में अर्जुन अवार्ड प्रदान किया जाएगा।
अन्नू रानी सीनियर एथलीट, प्रीति पाल पैरा एथलीट
एथलेटिक्स में अन्नू रानी देश की सीनियर एथलीट्स में शुमार हैं जो 2014 कॉमनवेल्थ गेम्स से अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर देश के लिए भाला फेंक स्पर्धा में पदक जीतती आ रही हैं।
वहीं, प्रीति पाल पैरा एथलीट हैं और टी-35 कैटेगरी में 100 और 200 मीटर दौड़ की धावक हैं। प्रीति ने पैरा वर्ल्ड एथलेटिक चैंपियनशिप और पेरिस पैरालंपिक में दोनों स्पर्धाओं में कांस्य पदक जीता है।
अन्नू रानी भाला फेंक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक
मेरठ में सरधना क्षेत्र के बहादरपुर गांव की रहने वाली अन्नू रानी भाला फेंक में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं, जो 63.82 मीटर है और 60 मीटर की दूरी पार करने वाली देश की एकमात्र महिला एथलीट हैं। वहीं प्रीति पाल पैरालंपिक में देश को एक साथ दो पदक देने वाली पहली महिला एथलीट हैं।
अर्जुन पुरस्कार के लिए चयनित होने पर ओलंपियन अन्नू रानी ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वह इसकी हकदार हैं और इसके लिए उन पर भरोसा करने वालों का आभार जताया। अन्नू दो बार ओलंपिक प्रतिभागी हैं, विश्व एथलेटिक चैंपियनशिप में दो बार टाप-8 में रहीं।
दो बार कॉमनवेल्थ में खेल एक पदक व तीन बार एशियन गेम्स में हिस्सा लेकर दो पदक जीता और पांच बार एशियन चैंपियनशिप में खेल दो पदक जीते हैं। अन्नू 2012 से 2024 तक आठ बार राष्ट्रीय चैंपियन रही हैं।
दो स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं प्रीति
वहीं, प्रीति पाल ने कहा कि पेरिस में दोहरा पदक जीतने के बाद सभी ने जब अर्जुन अवार्ड पक्का होने की बात कही, तब इस अवार्ड और इससे मिलने वाले लाभ की जानकारी मिली।
प्रीति ने कहा कि उनकी उपलब्धि देखकर उनके पैतृक गांव मुजफ्फरनगर के रामराज में तमाम घरों की बेटियों ने खेलना शुरू कर दिया, यह जानकारी उन्हें और अधिक प्रेरणा देती है। प्रीति एशियन पैरा गेम्स में चतुर्थ, इंडियन ओपन पैरा एथलेटिक इंटरनेशनल चैम्पियनशिप-2024 में दो स्वर्ण पदक और नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में दो स्वर्ण पदक जीत चुकी हैं।
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