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    यूपी के इस जिला अस्पताल में खत्म हो गए एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन, अब कुत्ते ने काटा तो क्या होगा?

    पीएल शर्मा जिला अस्पताल में एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन का स्टॉक खत्म हो गया है। कुत्ते के काटने से घायल रुखसार और विनोद कुमार जैसे मरीजों को दिल्ली रेफर किया जा रहा है। अस्पताल में 7 जुलाई से इंजेक्शन उपलब्ध नहीं है जबकि प्रतिदिन 125 से अधिक मरीज आ रहे हैं। एंटी रेबीज इंजेक्शन 66 केंद्रों पर उपलब्ध हैं लेकिन सीरम इंजेक्शन केवल जिला अस्पताल में ही लगता था।

    By dileep patel Edited By: Aysha Sheikh Updated: Thu, 28 Aug 2025 05:54 PM (IST)
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    कुत्ते नोंच रहे, एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन समाप्त

    जागरण संवाददाता, मेरठ। परतापुर निवासी रुखसार को घर के बाहर आवारा कुत्ते ने सीधे हाथ में काट लिया। हाथ में घाव के साथ खून बहने लगा। स्वजन उसे पीएल शर्मा जिला अस्पताल ले गए। रेबीज क्लीनिक में उसे यह कहते हुए कि एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन यहां खत्म हो गए हैं।

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    दिल्ली के गुरु तेग बहादुर अस्पताल में जाकर लगवा लो। उसे दिल्ली रेफर कर दिया गया। यही बात आवारा कुत्ते के काटने से बाए पैर लहूलुहान हालत में लेकर पहुंचे जाटव गेट निवासी विनोद कुमार से कही गई।

    दरअसल, पीएल शर्मा जिला अस्पताल में सात जुलाई को एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन का स्टाक खत्म हो गया था। शासन को डिमांड भेजने के बाद भी अभी तक इसकी आपूर्ति नहीं की गई है। लिहाजा जनपद में कुत्तों, बंदरों के काटने से लहूलुहान हालत में पहुंचने वाले पीड़ितों को एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन लगवाने के दिल्ली रेफर किया जा रहा है।

    पी एल शर्मा जिला अस्पताल में एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन लगाने की शुरुआत 19 मई से हुई थी। सात जुलाई तक ही स्टाक मौजूद रहा। इस बीच 200 पीड़ितों को एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन लगाए गए थे सात जुलाई के बाद से यह व्यवस्था धड़ाम हो गई।

    प्रतिदिन 125 से ज्यादा कुत्ते-बंदरों के काटने के पीड़ित इंजेक्शन लगवाने पहुंचते हैं। यह इंजेक्शन दो तरह से लगाए जाते हैं। जिनको कुत्ते के काटने के बाद खून नहीं निकलता है, उन्हें एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाया जाता है।

    यह इंजेक्शन जिला अस्पताल में उपलब्ध है और लगाया जा रहा है। लेकिन जिनको कुत्ते-बंदर के काटने पर बड़ा घाव हो जाता है और खून निकल आता है। उनको एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शन लगाने की सलाह दी जाती है। यह इंजेक्शन खत्म हो गया है। लहुलूहान हालत में पहुंचने वाले पीड़ितों को जिला अस्पताल के चिकित्सक दिल्ली रेफर कर रहे हैं।

    जनपद में कुत्ता-बंदर काटने पर कुल 66 केंद्रों पर इंजेेक्शन लगाए जाते हैं। एंटी रेबीज इंजेक्शन सभी केंद्रों पर उपलब्ध है। लेेकिन एंटी रेबीज सीरम इंजेक्शल सिर्फ जिला अस्पताल में लगाया जाता है। इसका स्टाक खत्म हो गया है। सीएमएस की ओर से डिमांड भेजी गई है। जल्द इंजेक्शन उपलब्ध कराने के लिए उच्च अधिकारियों से बात की गई है। -डा. अशोक कटारिया, सीएमओ।