Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मेरठ में पारा गिरा, हवा की गुणवत्ता मानक से 33 गुना ज्यादा प्रदूषित; सांस लेना भी मुश्किल

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 09:59 PM (IST)

    मेरठ में तापमान गिरने से हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है। वायु गुणवत्ता सूचकांक खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। पीएम 2.5 का स्तर भी बहुत अधिक है। मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले दिनों में तापमान और गिरेगा और प्रदूषण से राहत मिलने की संभावना नहीं है। लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

    Hero Image

    जागरण संवाददाता, मेरठ। जनपद में जैसे-जैसे तापमान गिर रहा है हवा की गुणवत्ता भी खराब होती जा रही है। पल्लवपुरम में शनिवार को दोपहर एक बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 391 और जयभीमनगर में 381 रिकार्ड किया गया।

    शुक्रवार को दोपहर दो बजे से शनिवार की दोपहर एक बजे तक 24 घंटे की औसत वायु की गुणवत्ता को दर्शाता है। बतातें चलें कि 400 के आसपास एक्यूआइ मानव स्वास्थ के लिए घातक स्थिति का संकेत है। मेरठ प्रदेश का पांचवां सबसे प्रदूषित शहर रहा। प्रथम चार शहर भी एनसीआर के हैं।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    शुक्रवार की रात नौ बजे शनिवार को दोपहर एक बजे तक पीएम 2.5 का मान 410 से अधिक पर बना रहा। वहीं सुबह आठ बजे से 11 बजे तक यह उच्चतम सीमा 500 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर आंका गया।

    इससे सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि हवा की गुणवत्ता केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सुरक्षित मानक का 10 गुना और विश्व स्वास्थ्य संगठन के मानक से तुलना करें तो 33 गुना प्रदूषित है। यह वही समय होता है जब बच्चे स्कूल जाते हैं और लोग काम काज के सिलसिले में घरों से बाहर निकलते हैं। ऐसे में लोगों बिना मास्क लगाए बाहर नहीं निकलना चाहिए। सुबह की सैर कुछ दिनों के लिए बंद कर दें तो अच्छा है।

    पांच नवंबर से जबसे रात के तापमान में गिरावट आई है तब से हवा जहरीली हो गई है। शनिवार को दोपहर एक बजे के बाद भी पीएम 2.5 और 10 की मात्रा में कोई ज्यादा सुधार नहीं आया दो बजे पीएम 2.5 यह 391 रहा। दोपहर तीन बजे से शाम सात बजे तक यह 200 से कम रहा। पल्लवपुरम और जयभीमनगर में आठ बजे से हवा की स्थिति फिर से खराब होनी शुरु हो गई। दोनो प्रकार के अति सूक्ष्म कणों की वातावरण में साद्रता 300 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर के पार पहुंच गई।

    सीजन की सबसे ठंडी रात

    शुक्रवार की रात सीजन की सबसे ठंडी रही। पहली बार तापमान 10 डिग्री से कम आंका गया। न्यूनतम तापमान 9.7 डिग्री रिकार्ड किया गया जो सामान्य से 2.4 डिग्री कम था। अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेंटीग्रेड रहा। रात में आदृता का प्रतिशत बढ़ गया है यह 88 प्रतिशत तक पहुंच गया। वहीं हवा की रफ्तार कम बनी हुई है।

    जिससे रात में कोहरा पड़ने की स्थितियां बन रही हैं। शनिवार को सुबह के समय धुंध छायी रही। सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय के विज्ञानी प्रोफेसर यूपी शाही ने बताया कि आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान सामान्य से दो से चार डिग्री कम बना रहेगा। बरसात की संभावना नहीं है। जिससे प्रदूषण या स्माग के प्रकोप से भी राहत मिलने की संभावना नहीं है।

    अलग अलग शहरों में शनिवार को शाम चार बजे एक्यूआइ

    • ग्रेटर नोएडा 418
    • नोएडा 397
    • गाजियाबाद 392
    • दिल्ली 386
    • हापुड़ 380
    • मेरठ 369
    • बागपत 356
    • बुलंदशहर 334