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    Terror Funding: एनआइए ने शामली से PFI कार्यकर्ता को हिरासत में लिया, मेरठ में भी छापेमारी

    By Prem Dutt BhattEdited By:
    Updated: Thu, 22 Sep 2022 02:59 PM (IST)

    NIA Raid In Shamli गुरुवार को देशभर में पीएफआइ कार्यकर्ताओं पर शिकंजे के क्रम में एनआइए की टीम ने शामली से भी एक कार्यकर्ता को हिरासत में लिया है। वहीं मेरठ में भी जांच एजेंसी की टीम ने छापेमारी की। लेकिन यहां पर कोई हाथ नहीं आया।

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    Action On PFI Members मेरठ में दिन निकलते ही देहली गेट क्षेत्र में एटीएस ने की कार्रवाई।

    मेरठ, जेएनन। NIA Raid In Shamli देशभर में गुरुवार को टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के नेतृत्व में छापेमारी की गई। शामली जिले के कैराना क्षेत्र के गांव मामौर में एनआइए और एसटीएफ की टीम ने छापेमारी कर ग्राम प्रधान के पति मौलाना साजिद को हिरासत में लिया। वहीं मेरठ में भी छापेमारी की गई थी।

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    कट्टरपंथी विचारधारा के प्रसार का आरोप

    पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) के कार्यकर्ता मौलाना साजिद को कैंप चलाने व कट्टरपंथी विचारधारा का प्रसार करने सहित टैरर फंडिंग के मामले में पकड़ा गया है। मौलाना साजिद को 2019 में भी पुलिस ने पीएफआई के भड़काऊ पोस्टरों के साथ गिरफ्तार किया था।

    देशभर के ठिकानों पर छापेमारी

    बता दें कि गुरुवार को टेरर फंडिंग मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के नेतृत्व में 11 राज्यों में PFI के देशभर के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। छापेमारी में पीएफआई के 106 कार्यकर्ताओं को देश में आतंकी गतिविधियों का कथित रूप से समर्थन करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।

    मेरठ में भी छापेमारी

    वहीं मेरठ में पीएफआई के सदस्यों पर कार्रवाई के क्रम में गुरुवार सुबह देहली गेट क्षेत्र में एटीएस ने दबिश दी। इस दौरान स्थानीय पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी गई थी। बताया गया कि जिस व्यक्ति की तलाश में टीम पहुंची थी वह नहीं मिला। बुधवार देर रात से ही देश भर में पीएफआई के सदस्यों की धरपकड़ के लिए एटीएस और अन्य सुरक्षा एजेंसी दबिश दे रही हैं।

    कोई हाथ नहीं लगा

    पश्चिमी उत्तर प्रदेश में हुई हिंसा की रणनीति मेरठ में ही तैयार हुई थी यहां से कई लोग पकड़े भी गए थे। गुरुवार सुबह करीब छह बजे एटीएस की टीम दिल्ली गेट क्षेत्र में पहुंची। बताया गया कि मुजफ्फरनगर निवासी व्यक्ति की तलाश में दबिश दी गई है। हालांकि इस दौरान टीम के हाथ कोई नहीं आया।

    पुलिस को घंटों बाद पता चला

    परिवार के कुछ लोगों से पूछताछ कर टीम लौट गई। एटीएस की पूरी कार्रवाई के घंटों बाद पुलिस को मामले की जानकारी लगी। एसएसपी रोहित सिंह सजवान ने बताया कि टीम ने कार्रवाई से पहले या बाद में कोई संपर्क नहीं किया।

    20 दिसंबर 2019 को मेरठ में हुई थी हिंसा

    नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में 20 दिसंबर साल 2019 को मेरठ हिंसा हुई थी। जांच में पता चला कि हिंसा भड़काने में पीएफआई संगठन का हाथ है। नौचंदी थाना क्षेत्र के शास्त्री नगर में कार्यालय बनाया गया था। शहर में पर्चे बांटे गए थे। हिंसा के लिए कुछ युवकों को प्रशिक्षण देने की बात भी सामने आई थी। पुलिस ने काफी लोगों को गिरफ्तार किया था। कुछ आरोपित अभी भी वांछित चल रहे हैं। ब्रह्मपुरी के साथ ही लिसाड़ी गेट और नौचंदी थाना क्षेत्र प्रभावित हुए थे।