Good News: छोटे कारोबारियों के लिए दौड़ेगी एक डिब्बे की मालगाड़ी, रेलवे ने तैयार की योजना
मुरादाबाद मंडल में चीनी उद्योग के साथ-साथ रेलवे ऐसे बड़े औद्योगिक संस्थानों को तलाश रहा है जिनके माल का ढुलान करके बेहतर कमाई हो सके।
बिजनौर, [चरनजीत सिंह]। जनपद बिजनौर का चीनी उद्योग रेलवे की डगमगाती नैया को काफी हद तक पार लगा सकता है। मुरादाबाद मंडल में चीनी उद्योग के साथ-साथ रेलवे ऐसे बड़े औद्योगिक संस्थानों को तलाश रहा है, जिनके माल का ढुलान करके बेहतर कमाई हो सके। प्रथम चरण में नजीबाबाद रेलवे सेक्शन में जनपद की चीनी मिलों से संपर्क साधा गया है। चीनी ढुलान के लिए आधा रैक यानी 21 डिब्बे चलाने की योजना है। साथ ही लघु उद्योगों तक भी अपनी पहुंच बनाने के लिए रेलवे मालगाड़ी का एक डिब्बा भी चलाने को तैयार है।
परिवहन भी काफी महंगा
पेट्रोल-डीजल के दाम बढऩे से मजदूरी में भी इजाफा हुआ है। इससे परिवहन भी काफी महंगा हो गया है। दशकों पहले स्टेशन टू स्टेशन और मिनी रैक मालगाड़ी चला चुके रेलवे ने एक बार फिर इस ओर रुख किया है। माना जा रहा है कि यात्री गाडिय़ां बंद होने से रेलवे की अर्थव्यवस्था पटरी पर लाने के लिए यह कदम उठाया गया है।
मालभाड़ा कुछ अधिक होगा
मालगाड़ी का कंप्लीट रैक 42 डिब्बों का होता है। जनपद की चीनी मिलों से चीनी ढुलान के लिए रेलवे 21 डिब्बों की मालगाड़ी चलाने को तैयार है। इसके लिए किसान सहकारी चीनी मिल और उत्तम शुगर मिल प्रबंधन से संपर्क साधा गया है। इसके अलावा छोटे कारोबारियों को रेल परिवहन का लाभ दिलाने के लिए रेलवे एक डिब्बे की मालगाड़ी भी चलाएगा। इसका मालभाड़ा कुछ अधिक होगा।
भाड़े में भी मिलेगी छूट
रेलवे परिवहन का नियमित इस्तेमाल करने वाले कारोबारियों को माल भाड़े में छूट देगा। इसके लिए कारोबारी को स्पष्ट करना होगा कि वे रेलवे को कितना माल ढुलान के लिए देंगे।
वर्षों से बंद हैं मालगोदाम
नजीबाबाद का रेलवे मालगोदाम वर्षों से बंद है। अगर स्थानीय कारोबारी रेलवे के मिनी रैक या पीस मिल योजना का लाभ लेते हैं तो वीरान पड़ा मालगोदाम गुलजार हो जाएगा। पल्लेदारों व कामगारों को काम मिलेगा। मुरादाबाद डिवीजन में दर्जनों मालगोदाम वर्षों से बंद हैं।
इनका कहना है
अगर हम मालगोदाम को गुलजार कर सके तो यह क्षेत्र की उपलब्धि होगी। रेलवे की मिनी रैक और पीस मिल योजना से औद्योगिक संस्थानों और स्थानीय बड़े व्यापारियों को अवगत कराया जा रहा है।
- आरके सिंह, रेलवे वाणिज्य निरीक्षक नजीबाबाद।
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