UP News: बलिदानी की मां ने ठंड से बचने के लिए चलाया था रूम हीटर, घर के बाहर आई बदबू; तब हुई मौत की जानकारी
Meerut News ठंड से बचने के लिए कमरे में हीटर जलाकर सोना एक बुजुर्ग महिला के लिए जानलेवा साबित हुआ। मेरठ के मानसरोवर में रहने वाली 86 वर्षीय मीना शर्मा की मौत हो गई। पुलिस जांच में पता चला कि हीटर से निकली कार्बन मोनोऑक्साइड गैस से महिला की मौत हुई है। स्वजन ने बिना पोस्टमार्टम कराए शव का अंतिम संस्कार कर दिया।

जागरण संवाददाता, मेरठ। घर में जल रहा हीटर एक बार फिर जानलेवा साबित हुआ है। दम घुटने से आरजी डिग्री कॉलेज में अंग्रेजी विभागाध्यक्ष पर से रिटायर्ड 86 वर्षीय मीना शर्मा की मौत हो गई है। पुलिस की जांच में सामने आया कि कमरे के अंदर हीटर चलाकर महिला सो गई थीं।
हीटर से निकली कार्बन मोनोऑक्साइड से महिला की मौत होना माना जा रहा है। कमरे से बदबू बाहर आने के बाद ही मौत की जानकारी हुई। तब नोएडा से पुत्रवधू दीप्ति शर्मा बच्चों के संग घर पहुंची। बिना पोस्टमार्टम कराए ही महिला का अंतिम संस्कार कर दिया।
सिविल लांइस के पाश इलाके मानसरोवर में 86 वर्षीय मीना शर्मा रहती थीं। मीना मूलरूप से मुजफ्फरनगर की रहने वाली थीं। उनके पति अभी भी मुजफ्फरनगर में रहते हैं। बड़े बेटे मनोहार शर्मा सेना में ब्रिगेडियर थे। बलिदानी मनोहार की पत्नी दीप्ति शर्मा नोएडा में परिवार के संग रहती हैं। छोटे बेटे मनस्वी शर्मा कनाड़ा में परिवार के संग रहते हैं।
दीपावली के बाद घर लौटी थीं मीना शर्मा
दीपावली पर ही मीना शर्मा बेटे मनस्वी के पास से मानसरोवर स्थित घर पर लौटी थीं। शुक्रवार की सुबह आसपास के लोगों को घर के अंदर से बदबू आई। उन्होंने घर पर जाकर खिड़की से झांक कर देखा। महिला बेड से नीचे गिरी पड़ी है। तत्काल ही पुत्रवधू दीप्ति शर्मा को मामले की जानकारी दी। उन्होंने यूपी-112 को कॉल कर घटना से अवगत कराया।
गेट पर पहुंचकर देखा तो आ रही थी बदबू
सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया कि सिविल लाइंस पुलिस को मौके पर भेजा गया। उन्होंने गेट खोलकर देखा तो शव से काफी बदबू आ रही थी। माना जा रहा है कि तीन दिन पहले मौत हो चुकी है। फोरेसिंक टीम को मौके पर बुलाया गया। जांच में पाया कि महिला ने सर्दी से बचने के लिए कमरे में हीटर चलाया था।
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बंद कमरे में हीटर की गैस से महिला की मौत हो गई। शाम के समय नोएडा और मुजफ्फरनगर से महिला का परिवार भी मौके पर पहुंच गया। उसके बाद शाम छह बजे सूरजकुंड श्मशान में महिला का अंतिम संस्कार कर दिया। स्वजन ने महिला का पोस्टमार्टम कराने से इन्कार कर दिया है।

बंद कमरे में हीटर जलाकर कभी न सोएं
रूम हीटर के जलने से मोनोऑक्साइड गैस निकलती है। अंगीठी में कोयले या लकड़ी के जलने से भी ऐसा ही होता है। इस कार्बन मोनेआक्साइड गैस से बंद कमरे में आक्सीजन लेवल घट जाता है। कार्बन मोनोऑक्साइड का लेवल तेजी से बढ़ने का असर सीधे मस्तिष्क पर पड़ता है और सांसों के जरिए फेफड़ों तक पहुंचता है। सोते वक्त इससे व्यक्ति बेहोश हो सकता है। क्योंकि यह जहरीली गैस सांस के जरिए फेफड़ों तक पहुंचकर खून में मिल जाती है। खून में हीमोग्लोबिन का लेवल घट जाता है और बेहोशी छाने लगती है। ऐसे में मौत भी हो सकती है। दरअसल हीटर के जलने से शरीर की स्किन ड्राई हो जाता है। डॉक्टर वीरोत्तम तोमर, वरिष्ठ छाती रोग विशेषज्ञ

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