Updated: Tue, 08 Apr 2025 08:51 AM (IST)
मेरठ के लतीफपुर गांव में परमजीत हत्याकांड के दो मुख्य आरोपियों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। दोनों के पैरों में गोली लगी है। मुठभेड़ में एक पुलिसकर्मी भी घायल हुआ है। आरोपियों ने अपने मामा तीरथ सिंह की हत्या का बदला लेने की बात कबूली है। इसके साथ ही आरोपियों ने कई राज उगले हैं।
जागरण संवाददाता, मेरठ। बीते गुरुवार को गांव लतीफपुर में हुई परमजीत की हत्या के मामले में पुलिस ने 25 हजार के दो नामजद हत्यारोपितों को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है। मुठभेड़ के दौरान दोनों के पैरों में गोली लगी है। इस दौरान एक पुलिसकर्मी को भी हाथ में गोली लगी है।
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हत्यारोपितों ने अपने मामा तीरथ सिंह की हत्या का बदला लेने की बात स्वीकार की है। दो अप्रैल को गांव लतीफपुर में परमजीत व उसके साथी गुरमुख पर दिनदहाड़े गोलियां बरसा दी थी। जिसमें परमजीत की मृत्यु हो गई थी और उसके साथी गुरूमुख को भी गोली लगी थी। मामले में सात आरोपितों को नामजद किया गया था। पुलिस पूर्व में ही प्रभु सिंह को जेल भेज चुकी है।
हत्यारोपियों व बदमाशों के बीच हुई मुठभेड़
सोमवार की प्रात किशोरपुर पुल के समीप हत्यारोपितों की पुलिस के साथ मुठभेड़ हो गई। थानाध्यक्ष रामप्रकाश शर्मा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली कि दो संदिग्ध युवक बाइक पर घूम रहे है जैसे ही पुलिस ने उनका पीछा किया तो वे तेजी से भागने लगे तथा बाइक रेत में फिसल गई।
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मुठभेड़ में पुलिसकर्मी भी घायल
इसके बाद बदमाश पुलिस पर फायरिंग करते हुए भागने लगे। पुलिस द्वारा जवाबी फायरिंग में नामजद आरोपित फोता सिंह व बलबीर सिंह उर्फ छग्गा को पैर में गोली लग गई। वहीं बदमाशों द्वारा की गई फायरिंग में कांस्टेबल तरुण मलिक के हाथ को छूती हुई गोली निकली, जिससे वह भी घायल हो गया।
मामा की हत्या का लिया बदला
पुलिस पूछताछ में बताया कि परमजीत ने उनके मामा तीरथ सिंह की हत्या की थी। उसके बाद से परमजीत जब भी उन्हे मिलता था तभी गाली गलौज व जान से मारने की बात कहता था। फोता सिंह ने बताया कि उस दिन भी जब वह रामराज जा रहा था, तब भी उसने गाली दी और कहा कि तीरथ की तरह तुम्हें भी मार दिया जाएगा। तभी वह वापस किशनपुर पहुंचा और अपने मौसेरे बलबीर सिंह उर्फ छग्गा को साथ लेकर लतीफपुर पहंचा। दोनों ने परमजीत पर गोलियां बरसा दी।
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बदमाशों के पास से हथियार बरामद
पुलिस ने गिरफ्तार किए आरोपितों के पास से 312 बोर का पिस्टल, 315 बोर का तमंचा तथा तीन खोखा व दो जिंदा कारतूस व हत्या में प्रयुक्त प्लेटिना बाइक नबर डीएल 5एस सीके 6676 भी बरामद किए है। जबकि चार नामजद आरोपित अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर है।
गिरफ्तार किए गए फोता सिंह व बलबीर सिंह ने बताया कि उन्होंने मेले मे ही परमजीत की हत्या करने की योजना बनाई थी, लेकिन परमजीत मेले के अंतिम दिन दिल्ली से आया था और पुलिस की सतर्कता के चलते वे घटना को अंजाम नही दे सके। बताया कि उन्होंने अपने मामा तीरथ सिंह की हत्या का बदला लिया है। इस घटना के बाद उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है।
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