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    ढाई घंटे विलंब के बावजूद डटे रहे लोग

    By JagranEdited By:
    Updated: Tue, 22 Dec 2020 12:09 AM (IST)

    जागरण संवाददाता वाराणसी कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यन

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    ढाई घंटे विलंब के बावजूद डटे रहे लोग

    जागरण संवाददाता, वाराणसी : कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित जनसभा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ढाई घंटे विलंब से पहुंचने के बावजूद लोग टस से मस नहीं हुए। इसमें महिलाओं को उत्साह तो देखते बनता था। महिलाओं ने तालियों की गड़गड़ाहट से अपने मुख्यमंत्री का तहेदिल से स्वागत किया। उन्होंने उनकी आगवानी में मौजूद लोगों को देरी का कारण मौसम को बताया।

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    मुख्यमंत्री का कलेक्ट्रेट परिसर में कार्यक्रम 12 बजे निर्धारित था। इसके लिए सुबह दस बजे के बाद से ही महिलाओं का हुजूम सभास्थल पर पहुंचना शुरू हो गया था। साढ़े ग्यारह बजे तक पूरा पंडाल महिलाओं व पुरुषों से खचाखच भर गया। इस बीच मंच से घोषणा होती रही कि कोहरे की वजह से मुख्यमंत्री से निर्धारित समय से डेढ़ घंटे विलंब से आएंगे। इसके बाद घोसी विधायक विजय राजभर व मुहम्मदाबाद गोहना के विधायक श्रीराम सोनकर ने अपने भाषण से सरकार की योजनाओं को गिनाया। इस बीच महिलाओं का कुछ समय कटा। संचालनकर्ता इस बीच महिलाओं को सीएम द्वारा की जाने वाली योजनाओं की जानकारी देती रहीं। डेढ़ बजे तक मुख्यमंत्री जब नहीं पहुंचे तो प्रतिक्रिया होनी बंद हो गई। पूरा पंडाल सन्नाटे में तब्दील हो गया। कोई भी आवाज भीड़ से नहीं आ रही थी। यही नहीं महिलाओं के पंडाल में भी सन्नाटा पसरा हुआ था। फिर भी 2.20 बजे तक लोग टस से मस नहीं हुए। इस बीच अचानक आसमान में मुख्यमंत्री का हेलीकाप्टर मंडराने लगा। इसके बाद महिलाओं ने तालियां बजाकर सन्नाटे को चीरा तो चौतरफा खुशियां छा गईं। उत्साह ऐसा दिख रहा था कि वह मुख्यमंत्री को बिना देखे वापस नहीं जाएंगी। मुख्यमंत्री पुलिस लाइन में बने हेलीपैड से दस मिनट के बाद सीधे मंच पर पहुंच गए। उन्होंने हाथ हिलाकर सभी का स्वागत किया। सीएम ने स्पष्टीकरण दिया कि कोहरे की वजह से ही वह लखनऊ से रविवार को गोरखपुर पहुंच गए थे ताकि वह मऊ में ज्यादा समय दे सकें लेकिन उनकी उम्मीदों पर कोहरे ने पानी फेर दिया। कार्यक्रम में ढाई घंटे विलंब होने की वजह से पंडाल में बैठे कुछ लोग खर्राटा भरने लगे। सुबह साढ़े दस बजे से बैठे लोगों को जब यह पता चला कि मुख्यमंत्री के आने में विलंब है तो चाहे वह सुरक्षाकर्मी हो, पार्टी कार्यकर्ता, आम पब्लिक सभी लोग कुर्सियों पर खर्राटा भरने लगे।