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    UP Flood: मऊ में बाढ़ ने मचाई तबाही, निचले इलाकों में घुसा सरयू का पानी; स्कूल-कालेज बंद

    Updated: Tue, 27 Aug 2024 09:07 AM (IST)

    सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर ने उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में तबाही मचा दी है। दोहरीघाट के मल्लाहटोला और अनुसूचित बस्ती में पानी घुस गया है। मधुबन के चक्कीमुसाडोही सहित कई गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं। प्रशासन अलर्ट मोड में है लेकिन तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। अव्यवस्था को लेकर प्रशासन की फजीहत हो रही है।

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    दोहरीघाट में भयंकर तबाही की ओर उफान कर रही सरयू की लहरें : जागरण

    संवाद सूत्र, दोहरीघाट (मऊ)। पहाड़ों व मैदानी इलाकों में हो रही भीषण बारिश से सरयू नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है। सरयू के निचले इलाकों में पानी घुस गया है। मधुबन क्षेत्र के स्कूल कालेज बंदकर दिए गए हैं। दोहरीघाट के मल्लाहटोला व अनुसूचित बस्ती में पानी घुस गया है।

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    नाले से नदी का पानी लोगों के घरों में प्रवेश कर रहा है। अब नदी का पानी तबाही की ओर चल पड़ा है। नदी निर्धारित खतरा बिंदु 69:90 मीटर पार कर 85 सेमी ऊपर बह रही है। इस समय नदी का जलस्तर 70.75 मीटर पर है। बीते 24 घंटे में सरयू नदी के जलस्तर में पांच सेमी की वृद्धि हुई है।

    सरयू नदी में छोड़े गए साढ़े तीन लाख क्यूसेक पानी का असर अब दिखने लगा है। दोहरीघाट नगर के निचले हिस्सों में नालों के रास्ते बाढ़ का पानी धीरे-धीरे घुसने लगा है। बंधों के आसपास फसलें जलमग्न हो गई। क्षेत्र के दर्जनों से अधिक गांवों के समीप पानी पहुंच गया है और संपर्क मार्गो पर डेढ़ फीट से अधिक पानी भरने के कारण ग्रामीणों को आने जाने में असुविधा हो रही है।

    सरयू के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड में काम कर रहा है। नदी के रौद्र रूप को देख कर तटवर्ती गांवों के ग्रामीणों में दहशत व्याप्त है। दोहरीघाट कस्बे के मल्लाह टोले में नाले के रास्ते घुस रहा पानी अब गली में फैलने लगा है।

    वहीं नालों में बाढ़ का पानी आने से घरों से निकलने वाला गंदा पानी अब ओवर फ्लो होकर सड़क पर फैलने लगा है। इससे संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। वहीं भारत माता मंदिर और शवदाह स्थल पर खतरा बढ़ता ही जा रहा है। नदी की लहरें सीधे टकरा रही है। इससे सुरक्षा में लगे बोल्डरों को बचाने में सिंचाई विभाग जुटा हुआ है।

    नदी से सटे रामनगर चिऊटीडांड रिंग बंधे के समीप बसे नवली गांव पर कटान का खतरा मंडरा रहा है। हालांकि इस समय जलस्तर बढ़ने से कटान रुकी है। लेकिन कभी भी कटान शुरू हो सकती है। रामपुर धनौली, चिऊटीडांड, नवली, नईबाजार, बीबीपुर, गोधनी, सरया, नगरीपार सहित अन्य रेग्युलेटर पर नदी का दबाव बना हुआ है।

    वहीं नगर के ऐतिहासिक धरोहर मुक्तिधाम, शवदाह स्थल, डीह बाबा का मंदिर, दुर्गा मंदिर, शाही मस्जिद, लोक निर्माण डाक बंगला, जानकी घाट,गौरीशंकर घाट, ब्रह्मचारी बाबा की कुटी,परमहंस बाबा की कुटी सहित अन्य धरोहरों पर कटान का खतरा बढ़ गया है।

    सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर के बीच बंधों पर दबाव बढ़ता ही जा रहा है। नदी बंधों से सट कर बह रही है। चिऊटीडांड रिंग बंधा, महुला गढ़वल बांध, बीबीपुर बेलौली बंधा, धनौली मुक्तिधाम पर सरयू की सीधी लहरें टकरा रही है। बीबीपुर-बेलौली बंधे पर समय सबसे अधिक दबाव आ गया है। इसके चलते आस-पास के ग्रामीण इलाकों में जबरदस्त हड़कंप मचा हुआ है। सिंचाई विभाग द्वारा बंधों पर बोल्डर गिराकर बंधें को मजबूत किया जा रहा है।