आज विकास भवन में जमा होगी जांच रिपोर्ट
जागरण संवाददाता मऊ 25 दिसंबर को कार्यकाल खत्म होने के एक दिन पूर्व जनपद में अनियमितता का

जागरण संवाददाता, मऊ : 25 दिसंबर को कार्यकाल खत्म होने के एक दिन पूर्व जनपद में अनियमितता का दौर चला। बिना काम कराए व स्टीमेट व एमबी यानि मेजरमेंट बुक तैयार किए ग्राम पंचायतों ने धडल्ले से भुगतान किया। 14वें व राज्यवित्त मद में हुई धांधली पर जागरण के खबर का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी अमित सिंह बंसल ने पूरे जनपद में जांच बैठा दी।
कुल 675 ग्राम पंचायतों के लिए 40 जनपद स्तरीय अधिकारियों व तकनीकी विशेषज्ञों की टीम ने एक-एक गांव के एक-एक काम की जांच की। इसमें हर एक काम के रिपोर्ट पर जांच टीम के हस्ताक्षर के साथ सोमवार को जांच रिपोर्ट मुख्य विकास अधिकारी के यहां जमा होगी। इसके सत्यापन के बाद अनियमितता करने वालों पर गाज गिरेगी। जनपद में ग्राम पंचायतों के भंग होने के एक सप्ताह पूर्व बेधड़क प्राइवेट फर्मों के खाते में भुगतान किए गए। इसके लिए न तो कोई कागजी कोरम पूरा किया गया और नहीं कामों का तकनीकी सत्यापन ही हुआ। बिना स्टीमेट, आईडी व एमबी के करोड़ों रुपये का भुगतान कर दिया गया। इसमें खासकर सरकारी भवनों की रंगाई-पोताई, हैंडपंप मरम्मत व रिबोर, सोलर लाइट, ह्यूम पाइप, स्ट्रीट लाइट आदि के नाम पर धडल्ले से भुगतान हुआ। इस मुद्दे को जागरण ने प्रमुखता से उठाया। इसी दौरान जनपद भ्रमण पर आए नोडल अधिकारी मुकेश मेश्राम ने 28 दिसंबर को फतहपुर मंडाव ब्लाक के उमउपुर ग्राम पंचायत में नाली निर्माण के लिए दो लाख रुपये अधिक भुगतान किया गया खुद पकड़ा। इसके बाद ने नोडल अधिकारी ने जिला प्रशासन को निर्देश दिया कि सभी गांवों की मुकम्मल जांच कराई जाए। इस पर जिलाधिकारी ने जांच के लिए जिला स्तरीय अधिकारियों व तकनीकी विशेषज्ञों की टीम गठित की। जांच टीम गांवों में जाकर एक-एक कामों का स्टीमेट, आइडी लेकर भौतिक सत्यापन कर रही है।

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