जागरण संवाददाता, रानीपुर (मऊ) : जनपद में ईसाई मिशनरियों का कुचक्र थमने का नाम नहीं ले रहा है। जगह-जगह अंधविश्वास फैलाकर चंगाई के बहाने भोले-भाले लोगों के धर्मांतरण का कुत्सित खेल लगातार जारी है। मंगलवार को क्षेत्र के दरौरा गांव में धर्मांतरण में लगे तीन ईसाई पादरियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। विहिप कार्यकर्ताओं की सूचना पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर वहां जुटे लोगों को खदेड़ा और इसके आयोजन में लगे तीन ईसाई प्रचारकों को गिरफ्तार कर लिया। उनके पास से धार्मिक पुस्तकों के अलावा धर्मांतरण में प्रयुक्त होने वाली सामग्रियां भी बरामद हुईं।

क्षेत्र के दरौरा गांव के कोटेदार कपिलदेव राम के घर मिशनरी से जुड़े कथित धर्म प्रचारकों का आना-जाना था। प्रत्येक रविवार को प्रार्थना सभा का आयोजन भी होता था। उसके घर को चर्च के रूप में प्रयुक्त किया जाता था। मंगलवार को कथित पादरियों ने धर्मांतरण के कार्यक्रम का आयोजन किया था। बपतिस्मा कराकर लगभग 20 लोगों को ईसाई धर्म में बदला जाना था। इसके लिए सुबह से ही कपिलदेव के घर भीड़ लगी हुई थी। लोगों के आने-जाने का क्रम लगा हुआ था। दोपहर बाद ज्योंहि धर्मांतरण की प्रक्रियाएं शुरू हुईं। इस बात की जानकारी विहिप कार्यकर्ता आशुतोष पांडेय को हुई। उन्होंने जिला उपाध्यक्ष अश्वनी मिश्र और जिलाध्यक्ष भानुप्रकाश पांडेय को खबर की। सूचना मिलते ही हिदू संगठनों के कार्यकर्ता सक्रिय हो गए। विहिप नेता ग्राम प्रधान व कुछ अन्य ग्रामीणों के साथ कार्यक्रम स्थल पहुंच गए। वहां मौजूद महिलाएं और पुरुष तथा धर्मांतरण में लगे तीनों पादरी उनसे भिड़ गए। इसी बीच सूचना पाकर पुलिस भी वहां पहुंच गई। विवाद कर रहे लोगों को तितर बितर किया और धर्मांतरण करा रहे कोटेदार कपिलदेव समेत तीनों व्यक्तियों को धर दबोचा। मौके से धार्मिक पुस्तक, सरसों का तेल और एक पात्र में रखा गया पानी भी बरामद हुआ। जिसे छिड़क कर मतांतरित हो रहे लोगों का बपतिस्मा किया जाना था। पकड़े गए लोगों को पुलिस मय सामान थाने ले आई। पूछताछ में दोनों पादरियों ने अपना नाम व पता अजय कुमार पुत्र पब्बर निवासी सरयां मुहम्मदाबाद और ओमप्रकाश पुत्र दूधनाथ निवासी बरहदपुर मुहम्मदाबाद गोहना बताया। थानाध्यक्ष ने बताया कि उनके विरुद्ध विधिक कार्रवाई की जा रही है।

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