सरयू में बाढ़ पर प्रशासन अलर्ट, 30 चौकियों से होगी निगरानी, राहत शिविरों में की गई पूरी तैयारी
मऊ जिले में सरयू नदी के जलस्तर पर सिंचाई विभाग और प्रशासन की कड़ी नजर है। अयोध्या में जलस्तर बढ़ने के बाद मऊ में भी अलर्ट जारी किया गया है। बाढ़ से निपटने के लिए 30 चौकियां स्थापित की गई हैं और 13 राहत शिविर बनाए गए हैं। प्रशासन बचाव और राहत कार्यों के लिए पूरी तरह से तैयार है।

जागरण संवाददाता, मऊ। जिले की उत्तरी सीमा से होकर प्रवाहित सरयू नदी की पल-पल की गतिविधियों पर सिंचाई विभाग के अभियंताओं ने अपनी नजर गड़ा दी है। अयोध्या में सरयू के जलस्तर में वृद्धि दर्ज किए जाने के बाद जिला प्रशासन अलर्ट हो गया है।
30 बाढ़ चौकियों पर तैनात राजस्व कर्मियों को पल-पल की निगरानी के लिए सतर्क कर दिया गया है। सिंचाई विभाग ने सोमवार की देर रात से मंगलवार तक जलस्तर में वृद्धि होने की संभावना जताई है। प्रशासन की ओर से लगातार सरयू के बढ़ते जलस्तर की जानकारी ली जा रही है।
सरयू नदी की बाढ़ से निपटने के लिए लगभग सभी प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। चारों तहसीलों में बाढ़ की निगरानी व बचाव के लिए 30 बाढ़ चौकियां स्थापित कर उन पर राजस्व कर्मियों को सतर्क रहने का निर्देश जारी किया गया है।
सदर तहसील में 13, मुहम्मदाबाद गाेहना में छह, घोसी में तीन व मधुबन तहसील में आठ चौकी बनाई गई है।वहीं चारों तहसील में 13 बाढ़ राहत शिविर बनाए गए है। इसमें सदर में एक, मुहम्मदाबाद गोहना में तीन, घोसी में चार व मधुबन तहसील में पांच राहत शिविर बनाए गए हैं। इन राहत शिविरों में बाढ़ से प्रभावित लोगों को प्रभावित क्षेत्र से बाहर निकाल कर सुरक्षित शरण दी जाएगी।
राहत शिविर में बाढ़ प्रभावित लोगों के रहने व खाने की व्यवस्था प्रशासन की तरफ से की गई है। इसके अलावा मानव जीवन व पशुओं की बाढ़ से रक्षा व बांधों की निगरानी के लिए आधा दर्जन से अधिक विभागों को तैनात किया गया है।
इसमें स्वास्थ्य विभाग, पशुपालन, सिंचाई, पुलिस, राजस्व, बाढ़ खंड आदि के कर्मचारियों को विशेष तौर पर की गई है। बाढ़ क्षेत्र के लोगों की सहूलियत के लिए मुख्यालय सहित चारों तहसीलों में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है। ताकि किसी प्रकार की सूचना मिलने पर फौरी तौर पर राहत व बचाव दल को मौके पर भेजा जा सके। साथ ही बाढ़ चौकियों को वैकल्पिक संचार व्यवस्था से जोड़ने की भी कवायद की जा रही है।
मानसूनी बारिश के कारण सरयू व तमसा नदी का जलस्तर बढ़ने व 320.25 मिलीमीटर वर्षा होने पर वर्ष 2023 में जिले के 31 गांव व वर्ष 2024 में 384.5 मिलीमीटर बारिश होने पर जिले के 12 गांव पूरी तरह से बाढ़ से घिर गए थे। बाढ़ से प्रत्येक वर्ष सबसे ज्यादा मधुबन तहसील के गांव प्रभावित होते हैं। इन गांवों को लेकर प्रशासन पूरी से अलर्ट है। प्रशासन की ओर से माक ड्रिल कर सरयू के तटवर्ती क्षेत्र ग्रामीणों को भी जागरूक कर दिया गया है।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है। बचाव व राहत कार्य की तैयारियां पूरी हो गई हैं। नदी के जलस्तर पर लगातार नजर रखी जा रही है। प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है।
- सत्यप्रिय सिंह, अपर जिलाधिकारी, मऊ
लगातार बारिश से नदी के जलस्तर में हुई वृद्धि में फिलहाल गिरावट दर्ज की गई है, लेकिन अयोध्या में जलस्तर में वृद्धि दर्ज की जा रही है, जिसका असर मऊ जनपद में सोमवार की रात से मंगलवार तक देखने को मिलेगा।
- मनोज सिंह, अधिशासी अभियंता, सिंचाई विभाग, मऊ
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