रेलवे वा¨शग पिट तैयार, अब मुख्य ट्रैक से जुड़ेगा
वर्षों बाद शहरवासियों को देखने को मिलेगा रेलवे में कोई बड़ा काम - 26 फरवरी से शुरू हो जाएगा नान इंटरला¨कग का कार्य - मार्च के पहले सप्ताह में ही काम करने को तैयार हो जाएगा वा¨शग पिट
जागरण संवाददाता, मऊ : स्थानीय रेलवे स्टेशन के प्रांगण में लंबे इंतजार के बाद बाद वा¨शग पिट बनकर तैयार हो गई है। रेलवे के शीर्ष प्रबंधन की ओर से वा¨शग पिट को जल्द से जल्द मुख्य रेलवे ट्रैक से जोड़ने यानि नान इंटरला¨कग की तैयारियां तेज कर दी गई हैं। इसके लिए जहां आधा दर्जन से अधिक ट्रेनों को 26 फरवरी के बाद रद कर दिया गया है तो वहीं कई ट्रेनों के मार्ग परिवर्तित किए गए हैं। सब कुछ ठीक रहा तो मार्च के पहले सप्ताह से ही वा¨शग पिट कार्य करने को तैयार हो जाएगा। वा¨शग पिट के निर्माण को पूरा होते देख शहरवासियों में खुशी है।
मऊ जंक्शन पर वा¨शग पिट के बनकर तैयार हो जाने से वा¨शग पिट को लेकर तरह-तरह की अफवाहबाजी करने वालों के मुंह पर ताला लग गया है। निर्माण में फंसी कुछ तकनीकी पेंच के चलते हुए विलंब के बाद कुछ लोग यह कहने लगे थे कि अब यहां वा¨शग पिट नहीं बनेगा, वह गाजीपुर चला गया है। अब वही लोग रेलवे वा¨शग पिट को तैयार देख वर्षों बाद मऊ में कोई बड़ा काम होना बता रहे हैं। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के प्रदेश उपाध्यक्ष व व्यापारी नेता उमाशंकर ओमर ने कहा कि वर्षों बाद मऊ में विकास की नई नजीरें नजर आई हैं। कहा कि रेलवे स्टेशन पर सुंदरीकरण हो, यात्रियों की सुविधा के लिए स्वचालित सीढ़ी लगाई गई हो या फिर मनोरंजन हाल और खेल के मैदान की चारदीवारी, रेलवे में वर्षों बाद इतने काम साथ-साथ होते दिखाई दिए हैं। वा¨शग पिट के निर्माण से ट्रेनों के संचालन में काफी सहूलियत होगी। श्रीगंगा-तमसा सेवा मिशन के संरक्षक ज्ञानेंद्र मिश्र ने कहा कि वा¨शग पिट के निर्माण ने मऊ से और भी ट्रेनें चलाई जा सकें, इसका प्लेटफार्म तैयार कर दिया है। इनसेट :
जीरोबी पर ओबी या यूबी चाहता है मऊ
मऊ : नगर पालिका अध्यक्ष तैयब पालकी ने कहा कि वा¨शग पिट का निर्माण होना विकास के मामले में जरूर एक अच्छी पहल है, लेकिन शहर का सबसे बड़ा दर्द बालनिकेतन रेलवे क्रा¨सग जीरो-बी पर ओवरब्रिज का न होना है। वा¨शग पिट को शुरू करने से पहले जल निकासी की व्यवस्था करने व शहरवासियों को जीरो-बी क्रा¨सग का कोई न कोई समाधान देने की पहल केंद्र व राज्य की सरकार को करनी होगी। इसके बाद ही शहर की बड़ी मुश्किल हल होगी।