Updated: Tue, 20 May 2025 04:41 PM (IST)
मऊ हथकरघा क्षेत्र में बुनकर बारकोडिंग में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं जिससे मुहम्मदाबाद गोहना और खैराबाद के पांच हजार पावरलूमों की बारकोडिंग नहीं हो पाई है। इससे उन्हें सरकारी लाभ नहीं मिल पाएगा। आजमगढ़ गाजीपुर और मऊ नगर पालिका के बुनकरों ने बारकोडिंग करवा ली है। विभाग जल्द ही प्रशासन के सहयोग से बारकोडिंग करवाएगा और इस कार्य को पूरा करने की कोशिश कर रहा है।
जागरण संवाददाता, मऊ। मऊ हथकरघा परिक्षेत्र के बुनकर बारकोडिंग में दिलचस्पी नहीं ले रहे हैं। इस वजह से मुहम्मदाबाद गोहना व खैराबाद के पांच हजार पावरलूमों की बारकोडिंग नहीं हो सकी। ऐसे में यह सरकार द्वारा दिए जाने वाले लाभ से वंचित हो जाएंगे।
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आजमगढ़, गाजीपुर व मऊ नगर पालिका के बुनकर बारकोडिंग करवा चुके हैं। लखनऊ से आयी टीम इनकी बारकोडिंग कर रही है। अब विभाग सख्त रवैया अपनाने की जुगत में लगा है। जल्द ही प्रशासन का सहयोग लेकर बारकोडिंग करवाई जाएगी।
मऊ हथकरघा परिक्षेत्र में (आजमगढ़, मऊ, गाजीपुर व बलिया) जनपद आते हैं। यहां करीब 48 हजार 566 बुनकर हैं। यूपिकान द्वारा मऊ परिक्षेत्र में 60653 पावरलूम का डाटा उपलब्ध कराया गया है। इसमें मऊ में 55,693 पावरलूम, आजमगढ़ में 4,311 व गाजीपुर में 649 पावरलूम है। इन बुनकरों को हर साल सरकार की तरफ से बिजली में सब्सिडी दी जाती है। यानी इनके बिजली बिल में क्षमता के अनुसार 1000 हजार से लेकर तीन हजार तक की छूट देकर इनको प्रोत्साहित किया जाता है।
चार टीमें लगाई गई हैं
इन पावरलूमों की बारकोडिंग के लिए 2022-23 से ही लखनऊ की चार टीमें लगाई गई हैं। यह टीमों बुनकरों के पावरलूम की जीओ टैंगिग कर रही है। इससे बुनकरों के तमाम फायदे भी हैं। बुनकर हमेशा शासन की नजरों में आनलाइन दिखेंगे ही साथ ही कोई हादसा होने से पहले उनको सतर्क भी किया जाएगा। विभाग की मानें तो अभी तक कुल 55000 पावरलूम की जीओ टैगिंग की जा चुकी है।
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इसमें मऊ के 35,693 आजमगढ़ के 4582 व गाजीपुर के 926 शामिल हैं। अभी मऊ में लगभग 5000 पावरलूमों की जीओ टैगिंग नहीं हो पाई है। इसमें मुहम्मदाबाद गोहना व खैराबाद के बुनकर शामिल हैं। यह बुनकर काफी प्रयास के बाद भी बारकोडिंग नहीं कर रहे हैं। इसकी वजह से लखनऊ से आई टीम को फजीहत झेलनी पड़ रही है।
मऊ नगर पालिका अध्यक्ष का सहयोग सराहनीय मऊ
मऊ नगर पालिका अध्यक्ष अरशद जमाल ने बारकोडिंग लगवाने में काफी सहयोग किया। टीम के साथ वह बुनकरों के घर तक गए और बुनकरों को समझाया गया। यही वजह है कि मऊ के बुनकरों की बारकोडिंग कर दी गई।
बुनकरों के पावरलूम की जीओ टैगिंग करने के लिए टीमें लगी हैं। आजमगढ़ व गाजीपुर जनपद के बुनकरों की जीओ टैंगिग हो चुकी है। मऊ के 5000 पावरलूमों की जीओ टैंगिग अभी नहीं हो पाई है। जल्द ही इसका कार्य पूरा कर लिया जाएगा।
-अरविंद कुमार सिंह, सहायक आयुक्त हथकरघा मऊ
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