यूपी के इस जिले में विकास को मिलेगी रफ्तार, तीन निकायों को आदर्श नगर पंचायत का मिला दर्जा
मऊ जिले की तीन नगर पंचायतों को पंडित दीन दयाल उपाध्याय आदर्श नगर पंचायत योजना में शामिल किया गया है। कर्थीजाफरपुर चिरैयाकोट और कोपागंज नामक इन पंचायतों में बुनियादी ढांचे सार्वजनिक सुविधाओं और पर्यावरण सुधार जैसे कार्य कराए जाएंगे। इन विकास कार्यों के लिए सरकार द्वारा विशेष बजट आवंटित किया जाएगा जिससे नागरिकों को मूलभूत सुविधाएं प्राप्त होंगी और नगरों का विकास होगा।

जागरण संवाददाता, मऊ। पंडित दीन दयाल उपाध्याय आदर्श नगर पंचायत योजना के तहत जिले की तीन नगर पंचायतों को शामिल किया गया है। इससे तीनों नगर पंचायताें को विकास की रफ्तार मिलेगी। इसमें दो नगर पंचायत का निर्माण जल्द ही किया गया था।
इस योजना में वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए कर्थीजाफरपुर व चिरैयाकोट व 2026-27 के लिए कोपागंज को शामिल किया गया है। अब इन सभी तीनों निकायों में बुनियादी ढांचा, सार्वजनिक सुविधाएं, पर्यावरण सुधार, उर्जा व प्रकाश, नगरीय सुधार व विकास के कार्य कराए जाएंगे।
इन कार्यो के लिए अलग से बजट आवंटित होगा। इससे नगर निकायों के विकास को रफ्तार मिलने के साथ ही यहां के बाशिंदों को मूलभूत सुविधाएं आसानी से मिल सकेगी। आदर्श नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद नगर निकाय के बाशिंदों ने खुशी का इजहार किया है।
जनपद के पश्चिमि छोर पर स्थित नगर पंचायत चिरैयाकोट का सृजन वर्ष 2016 में किया गया। यहां पर कुल 24 वार्ड है। इस नगर निकाय की कुल आबादी लगभग 38 हजार के करीब है। चिरैयाकोट एक बाजार हुआ करती थी। इसका विकास रानीपुर ब्लाक के तहत किया जाता था।
इसकों ब्लाक से अलग कर नगर निकाय बनाया गया। साथ ही अलग-बगल के गांवों को जोड़ा गया। ताकि इन गांवों के लोगों को मूलभूत सुविधाओं से जोड़ा जा सके। आदर्श नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद अतिरिक्त धनराशि आवंटित होगा। इससे नगर की गलियों, बाजारों व ऐतिहासिक धरोहरों को सजाने सवारने का काम किया जाएगा।
कोपागंज ब्लाक से दो ग्राम पंचायतों को अलग कर वर्ष 2019 में कुर्थीजाफरपुर नगर पंचायत का गठन किया गया है। यहां की कुल आबादी लगभग 20,500 के करीब है। इस नगर पंचायत में कुल 15 वार्ड है।
नगर पंचायत के गठन के बाद वर्ष 2022 में पहली बार लोगों ने नगर पंचायत के लिए वोट किया। यहां पर पर्याप्त धनराशि नहीं मिलने की वजह से विकास की रफ्तार काफी सुस्त थी। आदर्श नगर पंचायत गठन की जानकारी मिलने के बाद नगरवासियों में विकास की उम्मीद जगी है। इससे लोगों में काफी उत्साह है।
कोपागंज नगर पंचायत का गठन आजादी से पहले वर्ष 1920 में हुआ। इस नगर निकाय में कुल वार्डाे की संख्या 17 है। यहां की आबादी लगभग 55,231 है।
सबसे पुरानी नगर पंचायत को वित्तीय वर्ष 2026-2027 में आदर्श नगर पंचायत बनाने के लिए पंडित दीन दयाल उपाध्याय आदर्श नगर निकाय योजना में शामिल किया गया है। नगर पंचायत को विकसित करने के लिए अलग से शासन की तरफ से धनराशि आवंटित की जाएगी। इससे लोगों को मूलभूत सुवधिधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
इन सुविधाओं का मिलेगा लाभ
बुनियादी ढ़ाचा : सड़कों का निर्माण और सुधार, स्वच्छ जल की पाइप लाइन आपूर्ति, सीवरेज और जल निकासी की व्यवस्था पर काम होगा।
सार्वजनिक सुविधाओं का निर्माण : सार्वजनिक शौचालय का निर्माण और निजी शौचालय को बढ़ावा दिया जाएगा। शौचालयों के निर्माण से नगर के अलावा राहगीरों को लाभ मिलेगा।
पर्यावरण सुधार : तालाबों और अन्य जल संग्रहण क्षेत्रों का संरक्षण, संचयन और सुंदरीकरण आदि कार्य होंगे।
उर्जा व प्रकाश की व्यवस्था : मार्ग प्रकाश की व्यवस्था सोलर या एलइडी लाइटों के माध्यम से की जाएगी।
नगरीय सुधार : नागरिक सुविधाओं और शहरी स्वच्छता को बढ़ावा देने वाले कार्य होंगे।
जनपद के तीन नगर पंचायतों को आदर्श नगर निकाय योजना में शामिल किया गया है। इन नगर पंचायताें के विकास के लिए शासन से अतिरिक्त धनराशि वांटित की जाएगी। ताकि नगर के लोगों को मूलभूत सुविधाएं मिल सके।
सत्यप्रिय सिंह, अपर जिलाधिकारी, मऊ
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